रूस की एथलेटिक्स टीम रियो ओलंपिक में भाग नहीं ले सकेगी. आईएएएफ ने रूस की ट्रैक और फील्ड टीम पर रियो डि जिनेरियो ओलंपिक खेलों के लिए अपने प्रतिबंध को कायम रखा है.

रूस के खेल मंत्री ने कहा कि उन्हें ट्रैक एवं फील्ड की संचालन संस्था का फैसला मिल चुका है, जिसमें कहा गया है कि देश ने प्रतिबंध हटाने के लिए कुछ नहीं किया. रूसी मंत्री ने कहा कि वह ओलंपिक खेलों से पूरी टीम के प्रतिबंध के इस फैसले से काफी निराश हैं.

उन पर यह निलंबन पिछले साल नवंबर में लगा था. विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी आयोग की रिपोर्ट आने के बाद यह प्रतिबंध लगाया गया था, जिसमें रूस की ट्रैक एवं फील्ड टीम पर राज्य द्वारा प्रायोजित भ्रष्टाचार और धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था.

दरअसल डोपिंग मामलों की जांच करने वाली एजेंसी वाडा की रिपोर्ट के बाद से ओलंपिक में रूसी टीम की भागीदारी पर संशय के बादल मंडराने लगे थे. विश्व डोपिंग निरोधक एजेंसी (वाडा) ने खुलासा किया था कि इस साल रूसी खिलाड़ियों के डोप टेस्ट करने के सैकड़ों प्रयास नाकाम रहे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, डोप टेस्ट करने वाले अधिकारियों को रूसी सुरक्षाबलों से धमकियां भी मिली थी, जबकि खिलाड़ी विभिन्न तकनीकों के सहारे डोपिंग टेस्ट से बचते रहे.

डोप टेस्ट से बचते रहे थे कई एथलीट

वाडा की रिपोर्ट में कहा गया था कि 15 फरवरी से 29 मई तक 736 से अधिक टेस्ट विभिन्न कारणों से रद्द करने पड़े. रिपोर्ट में साथ ही कहा गया कि सैन्य शहरों में डोप टेस्ट करने के उनके प्रयास नाकाम रहे, क्योंकि उन्हें देश से बाहर निकालने की धमकियां भी दी गई.

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