ओलंपिक में अपना 19वां गोल्ड मेडल जीतने वाले माइकल फेल्प्स 4X100 मीटर फ्री स्टाइल मुकाबले में जब तैराकी कर रहे थे तब पूरी दुनिया की नजर उनपर थी. इसके दो कारण थे, पहला यह कि उनकी गति और तैराकी देखने में बेहद आकर्षक लगती है और दूसरा कारण उनके कंधे और पीठ पर दिख रहे गहरे रंग के निशान.

दरअसल यह निशान कपिंग थैरिपी के हैं. इस थैरेपी में कांच के छोटे कपों को गर्म किया जाता है. इसके बाद उस गर्म कप को खिलाड़ी के शरीर के कुछ हिस्सों को रखा जाता है. इस थैरिपी से शरीर के मसल ढीले होते हैं और उन्हें आराम मिलता है. इस थैरेपी से शरीर का दर्द दूर होता है और खून का प्रवाह भी नियमित रहता है.

4X100 मीटर फ्री स्टाइल रिले में अमेरिका की तैराकी टीम ने 9.92 सेकंड में रेस पूरी कर जीत दर्ज की. इस मुकाबले में फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया ने क्रमश: रजत और कांस्य पदक अपने नाम किया.

माइकल फेल्प्स 31 साल के हैं और अब तक ओलंपिक में 5 बार हिस्सा ले चुके हैं. इन 5 ओलंपिक में वह कुल 23 पदक जीत चुके हैं जिनमें 19 स्वर्ण पदक शामिल हैं. ओलंपिक के इतिहास में माइकल फेल्प्स सबसे ज्यादा स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी हैं.

उनके बाद रूस की जिमनास्ट लुरीसा लातनीना हैं जिन्होंने नौ ओलंपिक गोल्ड मेडल जीते हैं. लंदन ओलंपिक 2012 के बाद फेल्प्स ने सन्यास की घोषणा की थी लेकिन दो साल बाद 2014 में ही वह संन्यास से वापस लौट आए थे.

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