अंतरराष्ट्रीय मास्टर पद्मिनी राउत ने राष्ट्रीय महिला प्रीमियर शतरंज चैंपियनशिप में लगातार तीसरा खिताब जीत कर खिताबी हैट्रिक अपने नाम कर लिया है. आखिरी दौर में पीएसपीबी की ईशा कारवडे के साथ संघर्षपूर्ण मुकाबले में ड्रॉ खेलकर पद्मिनी ने लगातार तीसरा खिताब जीता.
पद्मिनी ने 11 बाजियों में आठ अंक हासिल करके खिताबी हैट्रिक पूरी की. ओड़िशा की यह खिलाड़ी पिछले कुछ समय से अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पा रही थीं, जिससे उनकी रेटिंग में 70 अंक का नुकसान हुआ था.
ईशा के खिलाफ उन्हें केवल ड्रॉ की जरूरत थी और उन्होंने शुरू से ही अच्छा खेल दिखाकर स्वर्ण पदक हासिल किया. विजयलक्ष्मी ने रजत और ईशा ने कांस्य पर जमाया कब्जा.
एयर इंडिया की एस विजयलक्ष्मी ने आखिरी बाजी में पीएसपीबी की आर वैशाली को हराकर रजत पदक जीता. उनके 7.5 अंक रहें जबकि ईशा को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा.
सौम्या स्वामीनाथन आखिरी दौर में मेरी एन गोम्स से हारने के कारण वह ईशा के साथ संयुक्त तीसरे स्थान पर रहीं. इन दोनों के समान सात-सात अंक रहे.
टूर्नामेंट के शुरू से ही पद्मिनी, विजयलक्ष्मी, ईशा और सौम्या खिताब की दौड़ में बनी हुईं थी. मेरी एन गोम्स ने भले ही आखिरी बाजी में जीत दर्ज की लेकिन वह 5.5 अंक के साथ पांचवें स्थान पर रहीं.
पद्मिनी ने इस जीत से अगली विश्व टीम शतरंज चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में भी अपनी जगह सुनिश्चित की. भारतीय महिला टीम ने पिछले शतरंज ओलंपियाड में अच्छे प्रदर्शन के दम पर इस चैंपियनशिप में जगह बनायी थी.
टीम में जिन दो अन्य सदस्यों की जगह पक्की है, उनमें ग्रैंडमास्टर कोनेरू हंपी और डी हरिका शामिल हैं. बाकी दो स्थानों का फैसला फरवरी की रेटिंग सूची से तय किया जाएगा.
आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें
डिजिटल

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
- देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
- 7000 से ज्यादा कहानियां
- समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
- देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
- 7000 से ज्यादा कहानियां
- समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
- 24 प्रिंट मैगजीन