हॉलैंड के महान फुटबॉलर जोहान क्रूफ का गुरुवार को निधन हो गया. वह 68 साल के थे. कैंसर से पीडि़त क्रूफ ने बार्सिलोना स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली. तीन बार फाफा द्वारा साल के बेहतरीन फुटबॉलर चुने गए क्रूफ ने अपने शानदार खेल की बदौलत 1974 में हॉलैंड के फीफा विश्व कप के फाइनल में पहुंचाया था.

क्रूफ की वेबसाइट पर उनके निधन की जानकारी मिली. वेबसाइट पर लिखा है-जोहान क्रूफ ने शांति से बार्सिलोना में अंतिम सांस ली. एक महीने पहले ही क्रूफ ने कहा था कि वह कैंसर से लड़ाई जीतने को लेकर आश्वस्त हैं. खिलाड़ी के तौर पर अपने बेहतरीन करियर की समाप्ति के बाद क्रूफ आठ साल तक स्पेन के अग्रणी क्लब बार्सिलोना के प्रबंधक रहे.

धूम्रपान के आदी क्रूफ ने 1991 में दिल की सर्जरी कराई और बीते साल अक्टूबर में खुद के फेफड़े के कैंसर से पीडि़त होने की खबर को सार्वजनिक किया. क्रूफ की गिनती फुटबाल के महानतम खिलाडिय़ों में होती है. क्रूफ ने एजाक्स के साथ तीन यूरोपीयन चैम्पियनशिप जीती थी.

पेशेवर करियर में सफलता के अलावा क्रूफ की सबसे बड़ी उपलब्धि अपनी टीम को फीफा विश्व कप फाइनल में पहुंचाना था, जहां उसे पश्चिम जर्मनी के हाथों 1-2 से हार मिली थी. उस मैच में क्रूफ ने काफी अटैकिंग फुटबाल खेला था और उनकी इस शैली को टोटल फुटबाल नाम दिया गया था. क्रूफ को टोटल फुटबाल का जनक माना जाता है. एक खिलाड़ी के तौर पर क्रूफ ने 520 मैचों में कुल 392 गोल किए. एक कोच के तौर पर भी वह काफी सफल रहे. उनकी देखरेख में टीमों ने 387 मैचों में से 242 मैच जीते और 70 मैच हारे. 75 मैच बराबरी पर छूटे. 

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