भारत और श्रीलंका के बीच तीन टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट श्रीलंका के गाल में खेला जा रहा है. इस टेस्ट में भारत जीत की ओर अग्रसर है. भारत-श्रीलंका के बीच खेले गए इस पहले मैच में ही कई रिकॉर्ड बन गए.
आपको बता दें कि गाल टेस्ट में भारत और श्रीलंका के बीच खेल जा रहे पहले टेस्ट में हार्दिक पांड्या ने शानदार डेब्यू किया है. पहली पारी में शानदार फिफ्टी जड़ने के साथ ही पांड्या ने खुद पर जताए कप्तान कोहली के भरोसे को सही साबित किया है.
पांड्या ने पहले मैच की पहली पारी में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने टेस्ट करियर का पहला अर्धशतक जड़ा साथ ही अपने नाम एक ऐसा रिकॉर्ड भी कर लिया है, जो आजतक कोई भारतीय खिलाड़ी नहीं कर पाया है.
पांड्या ने अपने नाम रिकॉर्ड के तौर पर एक ऐसा करिश्मा किया है, जिसे सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग, विराट कोहली और महेंद्र सिंह धोनी जैसे बड़े–बड़े बल्लेबाज भी नहीं कर पाए हैं. दरअसल, हार्दिक पांड्या ऐसे पहले भारतीय क्रिकेटर बन गए हैं, जिन्होंने अपने टेस्ट डेब्यू में तीन छक्के जड़े हैं.
पांड्या ने अपनी इस 50 रन की पारी में तीन छक्के लगाए. और ऐसा कारनामा करने वाले वह भारत के पहले बल्लेबाज बन गए हैं.
सिर्फ पांड्या ही नहीं, दोनों देशों के टेस्ट क्रिकेट के 35 साल के इतिहास में कई भारतीय खिलाड़ियों ने अपने करियर की शुरूआत की. जानें किन खिलाड़ियों ने श्रीलंका के खिलाफ अपना डेब्यू टेस्ट मैच खेला.
एमएस धोनी
धोनी ने टेस्ट करियर की शुरूआत चेन्नई में श्रीलंका के खिलाफ की थी. श्रीलंका 3 टेस्ट के लिए भारत के दौरे पर थी. नवंबर 2005 में धोनी ने जयपुर में हुए टेस्ट में श्रीलंका के खिलाफ 183 रनों की धमाकेदार पारी खेली थी.
डेब्यू मैच में धोनी ने सिर्फ 30 रन ही बनाए थे. पहली पारी में भारतीय टीम महज 167 रनों पर ही सिमट गई थी. इसके बाद दिल्ली में हुए सीरीज के दूसरे टेस्ट में धोनी ने अपना पहला टेस्ट अर्धशतक लगाया. धोनी ने 2014-15 में हुए ऑस्ट्रेलिया दौरे के दौरान टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया.
सुरेश रैना
2008 के बाद से रैना ने बल्लेबाजी के मध्यक्रम में अपनी खास जगह बनाई. टी-20 प्लेयर के तौर पर रैना काफी प्रभावी रहे. 2010 में उन्हें श्रीलंका दौरे के लिए टेस्ट टीम में चुना गया.
सीरीज के पहले टेस्ट में तो उन्हें मौका नहीं मिला, लेकिन दूसरे टेस्ट में युवराज सिंह के बीमार होने की वजह से उन्हें मौका मिला. रैना 6वें नंबर पर सचिन का साथ निभाने आए और अपने पहले ही टेस्ट में शतकीय पारी (120) खेल डाली.
तीसरे टेस्ट में युवराज के फिट होने के बावजूद रैना को मौका दिया गया. इस बाएं हाथ के बल्लेबाज ने दोनों पारियों में क्रमशः 62 और नाबाद 41 रन बनाए.
भरत अरुण
अरुण फिलहाल टीम इंडिया के बॉलिंग कोच हैं. वह तमिलनाडु के रणजी प्लेयर थे. उन्हें 1986-87 में श्रीलंका खिलाफ 3 टेस्ट और 1 वनडे मैच के लिए चुना गया था. उन्हें कानुपर में पहला टेस्ट खेलने का मौका मिला, लेकिन वह अपनी पहली गेंद फेंकते वक्त ही फिसल गए. हालांकि, इसके बाद भी वह 76 रन देकर 3 विकेट लेने में सफल रहे और यही उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन बन गया.
नागपुर में दूसरा टेस्ट वह खेल नहीं सके, लेकिन कटक में हुए तीसरे टेस्ट में उन्हें मौका मिला. पहली पारी में 26 रन देकर उन्होंने 1 विकेट लिया. दूसरी पारी में उन्होंने 2 ओवरों में 14 रन दिए. भारत ने मैच पारी और 67 रनों से जीत लिया. इसके बाद अरुण भारत के लिए एक भी टेस्ट नहीं खेल सके.
आशीष नेहरा
नेहरा को भारत, पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच एशियन टेस्ट चैंपियनशिप के लिए चुना गया था. टूर्नामेंट के दूसरे टेस्ट में उन्हें मौका मिला. पहला टेस्ट उन्होंने कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ खेला.
नेहरा ने मर्वन अटापट्टू को अपना पहला शिकार जरूर बनाया, लेकिन इसके बाद मैच में वह एक भी विकेट नहीं ले सके. मैच दूसरी पारी तक पहुंचा ही नहीं. 2001 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ हुए टेस्ट तक वह टीम से दूर रहे. हालांकि, इसके बाद 2004 तक वह टेस्ट टीम का नियमित हिस्सा रहे. नेहरा ने करियर का आखिरी टेस्ट रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ खेला और इसमें उन्हें यासिर हमीद के रूप में एकमात्र विकेट मिला था. नेहरा ने टेस्ट करियर में कुल 44 विकेट लिए हैं. 2001 में हरारे में जिम्बाब्वे के खिलाफ 4/72 उनका सर्वश्रेष्ठ टेस्ट प्रदर्शन रहा है.
प्रज्ञान ओझा
2008 और 2009 के आईपीएल सीजन में डेक्कन चार्जर्स की तरफ से शानदार क्रिकेट खेलने के बाद प्रज्ञान को एशिया कप के लिए टीम इंडिया में शामिल किया गया. उस साल ही उन्हें श्रीलंका के खिलाफ होने वाली सीरीज के लिए टेस्ट टीम में शामिल किया गया. प्रज्ञान को कानपुर में हुए दूसरे टेस्ट में अमित मिश्रा की जगह मौका दिया गया. मिश्रा ने पहले टेस्ट की एक पारी में ही 200 से ज्यादा रन दिए थे.
भुवनेश्वर में पैदा हुए इस खिलाड़ी ने अपने पहले टेस्ट की पहली पारी में 23 ओवर का स्पेल किया और 37 रन देकर 2 विकेट चटकाए. दूसरी पारी में उन्होंने 2 विकेट लिए. भारत ने पारी और 144 रनों से मैच जीत लिया.