74 साल के दिग्गज मुक्केबाज़ 'द ग्रेट' मोहम्मद अली नहीं रहे. फीनिक्स इलाके के एक अस्पताल में उन्होंने आखिरी सांसें ली. गौरतलब है कि वह सांस की तकलीफ की वजह से अस्पताल में भर्ती थे. उनके परिवार के एक करीबी सूत्र ने यह जानकारी साझा की थी कि उनकी हालत बहुत ही ज्यादा गंभीर है और उन्हें सांस लेने में बहुत ही ज्यादा परेशानी हो रही है. अमेरिकी मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार अली को पार्किनसन की बीमारी भी थी जिसने उनकी सांस लेने की समस्या को और ज्यादा गंभीर बना दिया था.
पिछले कुछ सालों में अली को कई बार अस्पताल में भर्ती कराया गया. इससे पहले उन्हें 2015 के शुरू में पेशाब संबंधी परेशानी के कारण अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था. अली तीन बार विश्व चैंपियन रहे हैं. 1964 में पहली बार यह खिताब जीतने के बाद वह 1974 और फिर 1978 में विश्व चैंपियन बने.
पार्किंसन की वजह से सांस लेना था मुश्किल
उनके परिजनों ने उनकी हालत के बारे में बताया था कि पिछली बार जब वह अस्पताल गए थे तब की तुलना में इस बार उनकी समस्या अधिक गंभीर थी. इन लोगों ने बताया कि अली सांस लेने में तकलीफ की समस्या से जूझ रहे थे. जो पार्किंसन की उनकी बीमारी के कारण अधिक जटिल हो गई थी.
1980 में बीमारी का पता चला था
1980 के दशक में उनकी इस बीमारी का पता चला था. अली के एक प्रवक्ता बाब गुनेल ने गुरुवार के शुरू में एक प्रेस रिलीज भेजकर बताया था कि इस पूर्व हैवीवेट चैंपियन के सांस की तकलीफ के कारण एक अज्ञात अस्पताल में इलाज चल रहा था.