ऐतिहासिक ईडन गार्डन्स स्टेडियम एक और इतिहास रचने जा रहा है. यहां गुलाबी गेंद से देश का पहला डे-नाइट टेस्ट मैच खेला जाना तय हो गया है. बंगाल के घरेलू टूर्नामेंट सुपर लीग का फाइनल्स 17 से 20 जून तक फ्लड लाइट्स में गुलाबी गेंद से ही खेला जाएगा.

टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एवं क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने इसकी जानकारी दी. गांगुली ने कहा कि टेस्ट क्रिकेट की लोकप्रियता धीरे-धीरे घटती जा रही है. हमें इसे बचाने की कोशिश करनी होगी. ऑस्ट्रेलिया में पिछले साल खेले गए पिंक बॉल टेस्ट को जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली थी और हमें इस बदलाव को अपनाना चाहिए.

सौरव गांगुली ईडन गार्डन्स पर सब कुछ सही रखने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं जो दूधिया रोशनी में गुलाबी गेंद से देश के पहले चार दिवसीय क्रिकेट मैच की मेजबानी की तैयारी कर रहा है. ईडन की फ्लडलाइट की रोशनी में गांगुली को गुलाबी कूकाबूरा गेंद के साथ शूटिंग करते देखा गया.

गुलाबी गेंद से मैच होने से भारत को भविष्य में डे-नाइट टेस्ट का आयोजन करने में मदद मिलेगी. सुपर लीग फाइनल लाइट्स में खेलने के लिए एक प्रयोग है, जिससे भारत डे-नाइट टेस्ट के लिए तैयार हो जाए.

कमेटी ने इंटर जोनल फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट दलीप ट्रॉफी में भी गुलाबी गेंद आजमाने की सिफारिश की थी और इसके बाद बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने इस साल न्यूजीलैंड के खिलाफ फ्लड लाइट में टेस्ट खेलने की योजना की घोषणा की थी. हालांकि न्यूजीलैंड क्रिकेट ने कहा कि डे-नाइट टेस्ट से पहले कई पहलुओं पर ध्यान देना जरूरी है.

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