भारतीय पहलवान नरसिंह यादव से जुड़ा एक बड़ा फैसला आया है. नरसिंह यादव को रियो ओलंपिक 2016 में जाने का मौका नहीं मिला था और इसी मामले की जांच अब सीबीआई को सौंप दी गई है. शुक्रवार को भारतीय कुश्ती संघ ने बताया कि पीएमओ ने नरसिंह यादव डोपिंग केस की जांच अब सीबीआई के हवाले कर दी है.

पीएमओ से ​की थी सिफारिश

भारतीय कुश्ती संघ के मुखिया बृजभूषण शरण के मुताबिक, 28 अगस्त को वह पीएमओ गए थे और वहां उन्होंने नरसिंह यादव केस की जांच सीबीआई को सौंपे जाने की सिफारिश की थी. संघ के मुताबिक, नरसिंह यादव केस में जो भी सच हो वह सामने आए और इसीलिए उन्होंने सीबीआई जांच पर जोर दिया था.

दो सैंपल दिए थे नरसिंह ने

डोप टेस्ट में फेल होन के चलते नरसिंह यादव रियो ओलंपिक 2016 के 74 किलोग्राम वर्ग कुश्ती स्पर्धा में हिस्सा नहीं ले पाए थे. हालांकि, वह रियो गए जरूर थे लेकिन वहां से उन्हें ​आखिरी पलों में निराश होकर वतन वापसी करनी पड़ी. यादव ने 25 जून और 5 जुलाई को अपने दो सैंपल दिए थे और ये दोनों ही फेल हो गए थे.

नाडा की क्लीनचिट हुई खारिज

पहले तो नाडा की जांच में पता चला था कि नरसिंह यादव को धोखे से प्रतिबंधित पदार्थ दिया गया था लेकिन बाद में क्लीनचिट देकर उन्हें रियो जाने की इजाजत दे दी गई थी. हालांकि, ऐन मौके पर विश्व एंटी डोपिंग एजेंसी ने नाडा की क्लीनचिट को खारिज कर दिया था.

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