बीसीसीआई ने सिलेक्टर्स को चुनने की जोनल प्रोसेस खत्म कर दी है. बीसीसीआई के 88 साल के इतिहास में पहली बार अब इंटरव्यू के जरिए सिलेक्टर्स को चुनने का फैसला किया है. पुरुष, महिला और जूनियर सिलेक्शन कमेटी तीनों के लिए इंटरव्यू की प्रोसेस अपनाई जाएगी.

10 सितंबर को इस बारे में एड जारी करने वाले बीसीसीआई ने एप्लीकेशन की आखिरी तारीख 14 सितंबर तय की है.

नहीं मानी लोढ़ा समिति की सारी सिफारिशों...

जस्टिस लोढ़ा कमेटी ने जोनल सिस्टम को खत्म करने की सिफारिश की थी. बीसीसीआई ने ऐसा तो कर दिया है लेकिन समिति की कई सिफारिशों को नजरअंदाज भी किया है.

लोढ़ा कमेटी के दिशा-निर्देशों के मुताबिक, केवल पूर्व भारतीय टेस्ट खिलाड़ी ही पुरुष और महिला सिलेक्शन कमेटी के लिए योग्य होंगे, बशर्ते उन्होंने कम से कम पांच साल पहले खेल से संन्यास ले लिया हो.

दूसरी तरफ बीसीसीआई का मापदंड कहता है, “एप्लीकेशन देने वाला भारतीय, टीम का टेस्ट या वनडे इंटरनेशनल मैच में कप्तान रहा हो, या भारत में 50 से अधिक फर्स्ट क्लास मैच खेले हों.’

जूनियर पैनल के लिए बीसीसीआई का कहना है कि काबिल उम्मीदवारों ने भारत में 50 से ज्यादा फर्स्ट क्लास मैच खेले हों. लोढ़ा कमेटी की सिफारिशों में कम से कम 25 फर्स्ट क्लास मैचों की बात कही गई है.

60 पार क्रिकेटर नहीं बन पाएंगे सिलेक्टर्स

बीसीसीआई ने काबिल उम्मीदवारों के लिए 60 साल की उम्र तय की है. इसके अलावा उम्मीदवार पूर्व सिलेक्टर्स नहीं होना चाहिए और साथ ही आईपीएल की किसी भी फ्रेंचाइजी से जुड़ा नहीं होना चाहिए. न ही वह क्रिकेट अकादमी चलाता हो और न ही उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड हो.

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