फोटोग्राफी भी अपनी तरह से एक कहानी बयां करती है. कहानी शब्दों में बयान होती है. फोटोग्राफी कैमरे के जरिये कहानी को व्यक्त करती है. फोटोग्राफर भी एक तरह का कहानीकार ही होता है वह कैमरे के जरीये कहानी को बयां करता है.

लखनऊ के रहने वाले पंकज कपूर एक ऐसे ही वन्यजीव फोटोग्राफर है. वह कहते है फोटोग्राफी मेरा जुनून और पेशा है, दूसरे शब्दों में कहे तो “अगर मैं क्लिक नहीं कर रहा हूं, तो मैं जीवित नहीं हूं. मैं पिछले 9 वर्षों से वन्यजीव फोटोग्राफी कर रहा हूं और मेरा क्रेज मुझे लगभग हर जगह ले गया है. इनमें प्रकृति और वन्यजीव प्रमुख है.‘

पंकज कपूर ने एक वन्यजीव फोटोग्राफर के रूप में अपनी यात्रा शुरू की. जिम कॉर्बेट, बांधवगढ़, पन्ना, कान्हा, संजय दुबरी, पेंच, तडोबा, काबिनी, दुधवा, पीलीभीत, सुंदरबन सभी जगहों पर वह फोटोग्राफी करने गये. इसके साथ ही साथ भरतपुर, किलबरी, पंगोट, भीमताल, सत्तल और कई अन्य पक्षी अभयारण्यों की भी यात्रा की.

पंकज कपूर कहते है कि तेंदुए की फोटो के लिए मुझे राजस्थान के झालाना और जवाई जाना पडा. वह कई राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय वन्यजीव और प्रकृति संरक्षण समूहों से जुडे है. इनकी फोटो को राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय फोटोग्राफी ग्रुप में भी स्थान दिया गया. वन्यजीव प्रकृति का एक अनमोल उपहार है. प्राकृतिक संतुलन को  बनाए रखने के लिए जानवर, पौधे और समुद्री प्रजातियां मनुष्यों की तरह ही महत्वपूर्ण हैं.

पंकज कपूर कहते है ‘हमारे देश में वन्यजीव भरपूर है. हमारे देश में जैविक पार्क, प्राणि उद्यान, चाय बागान, वन्यजीव अभयारण्य, शक्तिशाली पहाड़ और हरे भरे जंगल हैं. जिनमें से पन्ना टाइगर रिजर्व एक ऐसा बहुमूल्य रत्न है. पन्ना टाइगर रिजर्व भारत में मध्य प्रदेश के पन्ना और छतरपुर जिलों में स्थित है. इसे 1993 में भारत के बीसवें टाइगर रिजर्व के रूप में घोषित किया गया था. पन्ना टाइगर रिजर्व उत्तरी मध्य प्रदेश में विंध्य हिल में स्थित एक महत्वपूर्ण बाघ निवास स्थान है. पठारों और घाटियों के साथ जलमग्न झरने, भीलों, पुरातात्विक भव्यताओं, किंवदंतियों और सांस्कृतिक समृद्धि की भूमि है. यह केन नदी की भूमि भी है. जो इसे अनुपम सौंदर्य प्रदान करती है. यह प्राचीन भूमि उत्तर की तरह प्राकृतिक सीमाओं से घिरी हुई है. यह सागौन के जंगल से घिरा हुआ है. वन्य जीव फोटोग्राफी के लिहाज से बहुत अच्छी जगह है.‘

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
 
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
 
सब्सक्राइब करें
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...