3 जुलाई को जूलियन असांजे अब अपना 53वां जन्मदिन अपने ढंग से मना सकते हैं. 3 दिन पहले ही जब वे साइपन के अदालत से बाहर निकले तो चेहरे पर मुसकराहट थी. कोर्ट के बाहर मौजूद उन के कुछ प्रशंसकों और समर्थकों ने उन का स्वागत तालियां बजा कर किया तो उन्होंने भी हाथ हिला कर अभिवादन स्वीकारते किसी सैलिब्रेटी की तरह प्रतिक्रिया दी.
साइपन उत्तरी अमिरिका द्वीप समूह के तहत आता है जिस का प्रशासनिक नियंत्रण अमेरिका करता है. जूलियन असांजे मामले की सुनवाई की औपचारिकताएं निभा रहे साइपन अदालत के जज रमोना मैग्लोना ने उन्हें सब से पहले जन्मदिन की अग्रिम शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि अगले सप्ताह आप का जन्मदिन है. मुझे उम्मीद है कि आप अपनी नई जिंदगी सकारात्मक तरीके से शुरू करेंगे.”
जज रमोना मैग्लोना की तरह हर कोई उम्मीद ही कर सकता है कि खुराफाती दिमाग के मालिक जूलियन असांजे अपने परिवार जिसमे बुजुर्ग पिता, पत्नी व दो बच्चे हैं के साथ सुकून की जिंदगी जिएं लेकिन उन का अतीत देखते इस की गारंटी कोई नहीं ले सकता. वह ऐसे वक्त में एक डील के तहत रिहा हो कर अपने देश आस्ट्रेलिया पहुंचे हैं जब अमेरिका में राष्ट्रपति पद के चुनाव की गहमागहमी है, हालांकि इस रिहाई से ऐसा लग नहीं रहा कि दुनिया के सब से ताकतवर देश के मुखिया के चुनाव पर कोई खास फर्क पड़ेगा.
लेकिन एक वक्त में इन्हीं जूलियन असांजे ने अमेरिका में ऐसी उथलपुथल मचा दी थी कि दुनियाभर में तहलका मच गया था. हर किसी की जुबान पर जूलियन असांजे और उन से भी ज्यादा विकीलीक्स का नाम था. आइए संक्षेप में इस दिलचस्प मामले को क्रमवार समझें.
जूलियन असांजे एक पत्रकार और विकीलीक्स नाम की वेबसाइट के संपादक हैं. व्हिसिल ब्लोअर भी उन्हें कहा जा सकता है. उन का असली नाम जूलियन पाल हाकिंस है. आस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड के कस्बे टाउंसविले में जन्मे जूलियन असांजे की जिंदगी में कभी कुछ भी सामान्य और सहज नहीं रहा. जब वे पैदा भी नहीं हुए थे यानी गर्भ में ही थे तभी उन की मां क्रिस्टीन और पिता जान शिप्टन में तलाक हो गया था. जूलियन के जन्म के एक साल बाद ही क्रिस्टीन ने ब्रेट असांजे से शादी कर ली. ये दोनों मिल कर एक थिऐटर कम्पनी चलाते थे. जूलियन ने होश अपने सौतेले पिता के साए में संभाला और उन्ही के सरनेम असांजे को अपनाया. हालांकि वे पूरे 10 साल के भी नहीं हुए थे कि क्रिस्टीन ने ब्रेट से भी तलाक ले लिया.
अपने कारोबार के सिलसिले में क्रिस्टीन और ब्रेट को अकसर शहरशहर घूमना पड़ता था. इसलिए जूलियन कभी नियमित स्कूल नहीं जा पाए. उन की अधिकतर पढ़ाईलिखाई घर पर ही हुई या फिर पत्राचार पाठ्यक्रमों के जरिए हुई. 15 साल की उम्र तक यह परिवार आस्ट्रेलिया के कोई 30 शहरों में रहा. इस भागादौड़ी में अच्छी बात यह रही कि जूलियन बुरी सोहबत में नहीं पड़े और न ही पढ़ाई में पिछड़े. नहीं तो ऐसे बच्चों के आवारा, नशेड़ी और अपराधी हो जाने की आशंका हमेशा बनी रहती है जो बचपन में ही पेरैंट्स का अलगाव और तलाक देख और भुगत चुके होते हैं.
खासतौर से यह आशंका उस वक्त और बढ़ जाती है जब पिता का संरक्षण न मिले या न के बराबर रहे. फिर यहां तो जूलियन ने अपने जैविक पिता को लम्बे समय तक देखा ही नहीं था. लेकिन उन के बारे में सुन जरुर रखा था. यह स्थिति किसी भी बच्चे या टीनएजर के कदम भटका देने पर्याप्त होती है. शायद ही नहीं तय है कि यह क्रिस्टीन की परवरिश का नतीजा था कि जूलियन भटके नहीं बल्कि और एकाग्र होते गए. इस प्रतिभाशाली लेकिन खुराफाती शख्स की लम्बी कहानी का फिल्मों सरीखा एक दिलचस्प मोड़ यह भी है कि 26 जून को रिहा होने के बाद उन्होंने केनबरा एयरपोर्ट पर पत्नी स्टेला के बाद जिस पिता को भावुक होते गले लगाया वे ब्रेट असांजे नहीं बल्कि जान शिप्टन थे.
यू ही गिरतेपड़ते आपाधापी की जिंदगी जीते 1994 से ले कर 2006 तक जूलियन गणित, प्रोग्रामिंग और फिजिक्स में डिग्रियां हासिल कीं. लेकिन हैरतंगेज तरीके से जूलियन 16 साल की उम्र में ही एक माहिर हैकर बन चुके थे. हैकिंग को उन्होंने नया शब्द मेंडक्स दिया था जिस का अर्थ कुलीन असत्य होता है. 1987 में हैकिंग के आरोप में पुलिस ने उन के घर छापा मारते सारे उपकरण जब्त कर लिए थे. हालांकि तब उन पर कोई आरोप नहीं लगाया गया था. लेकिन पुलिस की यह भूल , लापरवाही या उदारता कुछ भी कह लें ने जूलियन को एक कुख्यात और एक्सपर्ट हैकर बना दिया. इस दौरान उन्होंने कई दफा हैकिंग की लेकिन कुछ इस तरह कीं कि उन पर आरोप साबित नहीं हो सका. इस से उत्साहित हो कर जूलियन ने अपने दो दोस्तों के साथ मिल कर एक हैकिंग ग्रुप बना डाला.
1991 में इस हैकिंग गिरोह ने अमेरिकी सेना द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाले डाटा नेटवर्क मिलेंट को निशाने पर ले डाला. इस के बाद तो उन्हें हैकिंग की लत सी पड़ गई. कई बार वे शक के दायरे में आए लेकिन हैकिंग का आरोप साबित करना कोई आसान काम नहीं होता इसलिए बचते भी रहे. आस्ट्रेलिया की पुलिस उन की इस लत जो दरअसल में उन की प्रतिभा का भी उदाहरण थी से आजिज आ चुकी थी. मीडिया ने भी नौजवान जूलियन के कारनामों को हाथोंहाथ लेना शुरू कर दिया था. अब हर कहीं इस किशोर हैकर की चर्चा होने लगी थी.
आख़िरकार 1994 में जूलियन पर 31 अपराधों के आरोप लगाए गए जिन में से टेलीकौम आस्ट्रेलिया को धोखा देना और टेलीकौम नेटवर्क का धोखाधड़ी में इस्तेमाल करना सहित सूचना को हासिल करना, डेटा मिटाना और उस में फेरबदल करना प्रमुख थे. ये मामले अदालत में गए तो जूलियन इतने डिप्रेशन का शिकार हो गए कि उन्हें मेंटल अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. यहां से छुट्टी होने के बाद वे मेलबर्न के जंगलो में भटकते रहे लेकिन इस से मुकदमे खत्म नहीं हो गए. उन्हें 1996 के आखिर में 290 साल की सैद्धांतिक सजा सुनाई गई. लेकिन बाद में अच्छे चालचलन और 5 हजार आस्ट्रेलियन डौलर का जुर्माना भर देने के कारण उन्हें रिहा भी कर दिया गया.
रिहा होने के बाद वे सुधरे नहीं बल्कि और ज्यादा बिगड़ गए. हिंदी फिल्मों में अकसर दिखाया जाता है कि कम उम्र हीरो सच्चे झूठे आरोप में जेल जाता है और जब बाहर निकलता है तो उस के इरादे और हौसले और बुलंद हो जाते हैं. देखते ही देखते वह बड़ा मुजरिम या गैंग्स्टर बन जाता है. यही जूलियन के साथ हुआ जो हिंसक नहीं बल्कि बौद्धिक और तकनीकी अपराध करने के मास्टर हो चुके थे. कम्प्यत्र प्रोग्रामिंग कोडिंग और हैकिंग भी तब उन्हीं की उम्र की तरह जवान हो रहीं थीं लेकिन जूलियन उम्र और वक्त से बहुत आगे चल रहे थे.
जेल में रहते उन्हें यह तो समझ आ गया था कि किसी भी देश का कानून उन पर रहम नहीं करेगा इसलिए वे बचाव के तरीके ढूंढने लगे थे लेकिन हैकिंग की अपनी लत से समझौता करने का कोई इरादा उन का नहीं था. यहीं से जन्म हुआ हैकिंग के नए तौरतरीकों और विकीलीक्स नाम की वेबसाइट का, जिस के जरिये कई अहम जानकारियां और सूचनाएं एक खास मकसद से लीक की जातीं थीं.
बाहर आ कर जूलियन ने खुद के लिए पैसा, स्थायित्व और समर्थन जुटाना भी शुरू कर दिया. आज भी अधिकतर बुद्धिजीवी और मीडिया यह तय नहीं कर पा रहा है कि जूलियन को विलेन कहा जाए या नहीं. यूरोप सहित एशिया और अफ्रीका के कई देशों की यात्रा जूलियन ने की और व्यवसायिक मीडिया घरानों से नजदीकियां बढ़ाई. इन दिनों वे अपना एक नया फलसफा विकसित यह कहते कर रहे थे कि दरअसल में वितीय संस्थाओं के अंदर जो घालमेल होता है उसे सार्वजनिक करना कोई गुनाह नहीं होना या माना जाना चाहिए. यही बात तमाम सरकारी दफ्तरों पर भी लागू होती है जिसे आसान शब्दों में कहें तो जूलियन ट्रांसपेरेंसी की हिमायत कर रहे थे.
दिसम्बर 2006 में उन्होंने विकीलीक्स से अपना पहला पोस्ट लीक किया था जिस में उन्होंने यह समझाने की कोशिश की थी –
– कोई संगठन जितना अधिक गुप्त या अन्यायपूर्ण होता है उतना ही अधिक लोक नेतृत्व और नियोजन मंडली में भय और व्यामोह पैदा करता है. इस का परिणाम कुशल आंतरिक संचार तंत्रों में कमी (संज्ञानात्मक गोपनीयता कर में वृद्धि) और परिणामस्वरूप सिस्टम व्यापी संज्ञानात्मक गिरावट के रूप में सामने आता है. जिस के परिणामस्वरूप पर्यावरण अनुकूलन की मांग के अनुसार सत्ता पर पकड़ बनाए रखने की क्षमता में कमी आती है.
सैद्धांतिक रूप से जूलियन गलत नहीं कह रहे थे लेकिन उन की यह फिलौसफी कहीं न कहीं त्रुटिपूर्ण तो थी जो एकदम किसी की समझ नहीं आई थी. सहमत लोगों की संख्या बढ़ी तो उत्साहित जूलियन असांजे ने विकीलीक्स से एक के बाद एक लीक धमाके शुरू कर दिए.
विकीलीक्स से पहला चर्चित लीक नवम्बर 2007 में किया गया था जो ग्वांतानामो बे जेल से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों का था. इन दस्तावेजों से यह उजागर हुआ था कि बगैर पुख्ता सबूतों के कई लोगों को सालों से जेल में बंद रखा गया था और समाज के लिए बेहद खतरनाक अपराधियों को आसानी से रिहा किया गया था.
इस के पहले जुलाई 2007 में विकीलीक्स से ही बगदाद हवाई हमले की फुटेज जारी की गई थीं. इन वीडियोज में साफतौर दिख रहा था कि किस तरह अमेरिकी सैनिक इराक के पत्रकारों को निशाना बना रहे हैं. इस वीडियो को दुनिया भर में कोलेटरल मर्डर वीडियो के नाम से जाना गया था.
अमेरिका पर 9/11 के आतंकी हमलों से ताल्लुक रखते कोई 5 लाख मैसेज विकीलीक्स ने 24 घंटो के अंदर आम कर दिए थे जिस से भयंकर तहलका मचा था क्योंकि इन में से अधिकतर मैसेज अमेरिकी रक्षा मंत्रालय, एफबीआई और न्यूयौर्क पुलिस के अफसरों से जुड़े हुए थे.
विकीलीक्स का सब से चर्चित खुलासा जिस से तहलका मचा था वह साल 2010 के युद्ध का था जब अमेरिका ने इराक और अफगानिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई की थी. इस कार्रवाई से जुड़े लाखों दस्तावेज आम हो गए थे. इन में सरकार की ख़ुफ़िया जानकारियां थीं. जिन से पता चलता था कि अमेरिकी सेना ने युद्ध के दौरान कई घटनाओं में सैकड़ों नागरिकों को जान से मार डाला था. इस लीक में प्रमुखता से अमेरिका सेना की ख़ुफ़िया विश्लेषक चेल्सी मैनिंग का नाम आया था लेकिन असली हाहाकार एक उस वीडियो के वायरल होने के बाद मचा था जिस पर अमेरिका की दुनिया भर में छीछलेदार हुई थी. इस वीडियो में इराक की राजधानी बगदाद में नागरिकों को मारा जाता हुआ दिखाया गया था. फसाद और विवाद की बड़ी वजह इस वीडियो को अमेरिकी सैन्य हेलीकाप्टर से बनाया जाना था.
लीक स्टोरीज यहीं खत्म नहीं होतीं क्योंकि जूलियन असांजे के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुके थे और अमेरिका उन पर खार खाए बैठा था. साल 2010 में उन्हें स्वीडिश पुलिस ने हिरासत में ले लिया क्योंकि उन पर एक महिला के साथ दुष्कर्म किए जाने का आरोप भी था. इस गिरफ्तारी को जूलियन ने विकीलीक्स खुलासों अमेरिकी साजिश बताया था. क्योंकि गिरफ्तारी के तुरंत बाद उन के प्रत्यर्पण की मांग भी जोर पकड़ने लगी थी. इस स्थिति से बचने के लिए उन्होंने लंदन स्थित इक्वाडोर के दूतावास में शरण ले ली. यहां जूलियन ने 7 साल गुजारे इस दौरान कई हस्तियां उन से मिलने आती रहीं. इन में मशहूर सिंगर लेडी गागा और ऐक्ट्रैस पामेला एंडरसन के भी नाम शामिल हैं.
इसके बाद इक्वाडोर के राष्ट्रपति ने उन्हें दूतावास छोड़ने का फरमान जारी किया तो तुरंत ही ब्रिटेन की पुलिस के हाथों गिरफ्तार कर लिए गए. 5 साल जेल में रहने के बाद जूलियन को राहत मिली क्योंकि 2019 में स्वीडिश अधिकारीयों ने उन के खिलाफ मामला यह कहते वापस ले लिया कि उन के द्वारा किए कथित अपराध को काफी वक्त बीत चुका है.
इस दौरान प्रत्यर्पण से बचने जूलियन ने लम्बी कानूनी लड़ाई कोई फैसला इस पर हो पाता इस से पहले ही अमेरिकी जस्टिस विभाग से उन की कानून के तहत यह डील हो गई कि अगर वे अपना अपराध स्वीकार लें तो उन्हें सजा नहीं होगी क्योंकि 5 साल की सजा वे भुगत चुके हैं. इस मामले में उन्हें राष्ट्रपति जो बाइडेन की सहानुभूति मिली. जूलियन का यह डर वाजिब था कि अगर अमेरिका गए तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है क्योंकि वे वहां जासूसी के आरोप में मोस्ट वांटेड अपराधी थे.
डील के तहत तय हुआ कि सुनवाई साइपन की अदालत में होगी जो कि आस्ट्रेलिया के नजदीक है. वादे और समझौते के कानून के मुताबिक जज रमोना मैग्लोना ने उन्हें रिहा कर दिया.
अब जूलियन असांजे घर पहुंच गए हैं तो उन्हें लाखों लोग बधाई दे रहे हैं. हवाई अड्डे पर पत्नी स्टेला असांजे से वे गले मिले तो एक लव स्टोरी भी जीवंत हो गई कि उन्होंने जेल में ही शादी की थी और पेशे से वकील स्टेला उन का मुकदमा लड़तेलड़ते विकीलीक्स की कानूनी टीम का हिस्सा बन गईं थीं.
लेकिन खुद एक कहानी बन चुके जूलियन असांजे की कहानी अभी खत्म नहीं हुई है. वे अब चुपचाप बैठ जाएंगे ऐसा सोचने की भी कोई वजह नहीं क्योंकि खुराफात उन के दिमाग में है और उस पर तकनीकी ज्ञान का एक ऐसा कवर चढ़ा है जिसे वही भेद सकते हैं, यह ज्ञान एक दुधारी तलवार है जिस का सही इस्तेमाल अगर आस्ट्रेलिया सरकार करें तो एक बेहतरीन और प्रतिभावान पत्रकार उभर कर सामने आएगा जिस की सोच में कोई खास खोट नहीं, खोट उस के करने के तरीके में है.