किट्टी पार्टी एक तरीके का गेटटुगेदर है. यहां बहुत सारी महिलाएं और पुरुष एक घर में उपस्थित होते हैं. वहां कुछ गेम खेले जाते हैं और कुछ प्राइस दिए जाते हैं. साथ में, जिस के घर में पार्टी होती है वह कमेटी भी डालते हैं. इस से जरूरतमंद सदस्य की फाइनैंस संबंधी प्रौब्लम सौल्व होती हैं. ये पार्टियां मनमुताबिक घर और बाहर होटल्स में भी आयोजित की जाती हैं.

इस तरह की किट्टी में हर कपल शामिल होना चाहिए. एक उम्र में आ कर पतिपत्नी दोनों को समझना चाहिए कि उन का पार्टनर एकदूसरे के बराबर है. न ही कोई कम है न ही कोई ज्यादा. जीवनभर आप ने चाहे कुछ भी किया हो, जैसे कि पत्नी ने पति से लड़ाई की हो, पति ने पत्नी पर रोब मारा हो लेकिन जीवन की इस संध्या में जो जैसा है उसे वैसा ही प्यार से स्वीकार करो और साथ में एंजौय करने के लिए किट्टी पार्टी जैसे तरीके अपनाओ.

किट्टी दरअसल तम्बोला का एक खेल होता है जिसे पैसे के साथ या बिना पैसे के खेला जाता है. आमतौर पर शहरी पाश्चात्य संस्कृति की महिलाओं के बीच इस तरह की पार्टी का आयोजन किया जाता है जिन में महिलाएं एकत्रित हो कर समय बिताने के लिए तम्बोला के साथ चायनाश्ता और कुछ गपशप करती हैं. बारीबारी से एकदूसरे के घरों में जाती हैं और इस तरह के आयोजन करती हैं. लेकिन ऐसा नहीं है कि सिर्फ महिलाएं ये किट्टी पार्टी करती हैं बल्कि अब तो महिलाओं के साथ पुरुष भी इस में शामिल होते हैं.

सीनियर सिटीजन किट्टी के फायदे

सोशल सर्कल बनेगा : रिटायर होने के बाद सोशल सर्कल काफी कम हो जाता है. अगर हो तो भी पुराने दोस्तों से मिलना धीरेधीरे कम हो जाता है. ऐसे में किट्टी डाल लेने से अपने एरिया के काफी लोगों से जानपहचान हो जाती है. अगर चाहें तो अपने डिपार्टमैंट के कुछ लोगों के साथ यह कपल किट्टी डालें. पहले भले ही आप ने अपनी बीवी को अपना औफिस चाहे कभी न दिखाया हो लेकिन अब उन्हें अपने सर्कल से मिलवाने और दोस्ती करवाने का यह एक अच्छा मौका भी हो सकता है. आप चाहें तो इस तरह के कई ग्रुप बना लें जैसे कि अपनी सोसाइटी का, पुराने दोस्तों का, औफिस के लोगों का, रिश्तेदारों के साथ भी इस तरह की किट्टी डाल सकते हो.

टाइम पास होगा : कहते हैं न खली दिमाग शैतान का. बस, कुछ ऐसा ही है. रिटायरमैंट के बाद खाली बैठे कितना टीवी देखेंगे. घूमफिर कर पतिपत्नी किसी न किसी बात पर उलझ ही पड़ेंगे. लेकिन अगर महीने में 4-5 किट्टी इस तरह की डाल लेंगे, तो उस की प्लानिंग में ही टाइम बीत जाएगा. महीने में कुछ दिन किट्टी के बहाने घर से बाहर निकलेंगे तो लगेगा कि जैसे आप पूरे महीने ही बिजी हैं.

किट्टी को सीनियर सिटीजन क्लब के नाम से चलाएं

आप चाहें तो अपनी किट्टी को एक क्लब का नाम दे कर भी शुरू कर सकते हैं. आज जहां बच्चे नौकरीपढ़ाई आदि के लिए घर से दूर रहते हैं, वहां अकेले रहने वाले सीनियर सिटीजन की भी कमी नहीं है. ऐसे में अगर कभी कोई जरूरत है, कोई बीमारी आदि के लिए हौस्पिटल जाना है या इस तरह का कोई भी काम है तो किट्टी के सभी मैंबर्स एकदूसरे की मदद करें ताकि बच्चों को भी चिंता न हो और आप को भी पता हो की इमरजैंसी में ग्रुप पर एक मैसेज करते ही मदद मिल जाएगी.

कपल को एकदूसरे के करीब आने का मौका मिलेगा

किट्टी के बहाने ही सही पर अब काफी हद तक उन के टौपिक औफ़ इंट्रैस्ट तो एक ही होंगे. किट्टी के बारे में बात करतेकरते वे एकदूसरे से जुड़ जाएंगे. आपस में टाइम स्पैंड करेंगे. इस उम्र में एकदूसरे की जरूरतें भी पता चलेंगी. कई बार आप को लगता होगा कि पत्नी तो बेकार ही हर वक्त अपनी बीमारियों का रोना रोती रहती है लेकिन जब आप किट्टी में देखेंगे कि इस उम्र की लगभग सभी महिलाएं इन परेशानियों का सामना कर रही हैं, तो आप को भी अच्छी तरह से अपनी पत्नी की तकलीफें समझ आएंगी.

खुद को फिट रखना जरूरी लगने लगेगा

किट्टी में जाएंगे, वहां लोगों से मिलेंगे तो पता चलेगा कि रिटायरमैंट के बाद ज़िंदगी ख़त्म नहीं हुई बल्कि एक नई ज़िंदगी बांहें फैलाए आप का इंतज़ार कर रही है. वहां जा कर आप का मन नएनए कपड़े, फैशन की चीजें लेने का करेगा. मन में खुद आएगा कि चलो, कुछ नया ले लेते हैं, हर बार सूट ही क्यों पहनना. चलो, इस बार कोई अलग से ड्रैस ट्राई करती हूं आदिआदि. मिसेज जिंदल ने भी तो कितनी अच्छी ड्रैस पहनी थी, फिर मैं क्यों न पहनूं. मेरी तो फिगर भी उन से अच्छी है. आप को इस तरह सजतासंवरता देख पति भी खुश होंगे और वे भी अपने लिए शौपिंग करने से पीछे नहीं हटेंगे. बाकी लोगों को देख आप भी औनलाइन ऐक्सरसाइज आदि शुरू कर सकते हैं. अपनी फिटनैस को ले कर सजगता बढ़ेगी तो खानेपीने पर भी धयान देंगे.

फैस्टिवल पर बच्चों का न आना नहीं खलेगा

कई बार बच्चे अगर फैस्टिवल पर नहीं आ पाते, तो आप का मन उदास हो जाता है कि अब क्या करेंगे. जब बच्चे ही नहीं हैं तो कैसा फैस्टिवल. लेकिन आप चाहें तो एक कैटरर बुक कर के अपने घर किट्टी रख सकते हैं. अब घर सजाने का मन भी करेगा और घर में रौनक भी हो जाएगी. बच्चे बहुत खुश होंगे कि चलो, मम्मीपापा भी एंजौय कर रहे हैं.

कपल में सहयोग की भावना बढ़ेगी

पूरी ज़िंदगी भले ही आप ने कभी किचन में पत्नी का हाथ न बंटाया हो पर अब तो किट्टी आप दोनों की है तो उस की तैयारियां भी साथ मिल कर ही करनी होंगी. इस से आप दोनों में सहयोग की भावना बढ़ेगी. एकदूसरे के सहयोग के साथ किचन में काम करने को एक बार ट्राई जरूर करें. यकीन मानें, इस का आनंद ही कुछ और होगा. यह काफी रोमांटिक भी हो सकता है आप दोनों के लिए.

धयान दें

-किट्टी में एकदूसरे की बुराई न करें.
-किट्टी को घरेलू झगड़े निबटाने का प्लेटफौर्म न बनाएं.
-आप हैसियत में किसी से ज्यादा हैं तो किट्टी को अपने शो-औफ करने का अड्डा न बनाएं.
-अगर आप अपने साथी की इमेज बना कर चलेंगे, तो आप की इमेज भी बेहतर बनेगी क्योंकि आप दोनों एकदूसरे से जुड़े हैं.
-मदद करेंगे तो मदद मिलेगी भी. यह याद रखना, आज सामने वाले को जरूरत है तो कल आप को भी जरुरत हो सकती है. इसलिए मदद करने से कभी पीछे न हटें.
-इस बात का हमेशा धयान रखें कि किट्टी भी परिवार की तरह है. वहां आप की बात से किसी को ठेस न पहुंचे.

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