नवंबर 2008 में दिबाकर बनर्जी निर्देशित एक फिल्म आई थी ‘ओए लकी ओए’. यह फिल्म सुपरचोर बंटी की सच्ची कहानी पर आधारित थी, जिस में मुख्य भूमिका निभाई थी अभय देओल ने. यानी सुपरचोर बंटी की भूमिका में अभय देओल थे. जैसा कि बंटी करता था, वैसे ही फिल्म में दिखाया गया था कि फिल्म का नायक जिस कोठी या फ्लैट में चोरी करने जाता है, वहां के कुत्ते को इस तरह अपने वश में कर लेता है कि उसे देख भौंके नहीं. उस के बाद वह वहां आराम से चोरी करता था.
बीते महीने दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे ही चोर को पकड़ा है, जो किसी भी तरह के कुत्ते को अपने वश में कर लेता था और आराम से चोरी करता था. 24 वर्षीय इस चोर का नाम था आकाश, जो उत्तर प्रदेश के इटावा के गांव शेखपुरा सराय का रहने वाला है. महज एक आवाज और फिर कुत्ते के सिर पर हाथ फिरा कर उसे वश में कर लेने वाला यह चोर दिल्ली में अभी तक 100 से ज्यादा चोरियां कर चुका है.
चोरी करने के पीछे इस चोर की चाहत भी कुछ अलग तरह की थी. दरअसल, अप्रैल में आकाश की शादी होने वाली थी. वह चाहता था कि सुहागरात में अपनी नईनवेली दुलहन को उपहारस्वरूप ढेर सारी जूलरी दे.
आकाश का यह सपना पूरा हो पाता, इस से पहले ही वह पुलिस के हत्थे चढ़ गया. दरअसल, उत्तमनगर के आनंदविहार में आकाश के गांव के कुछ लोग रहते थे. काम की तलाश में उन के साथ दिल्ली आया आकाश वहीं किराए का कमरा ले कर रहने लगा. उस ने अपने लिए काम ढूंढने की काफी कोशिश की, लेकिन उसे कोई अच्छा काम नहीं मिला. जब भूखों मरने की नौबत आई तो उस ने स्नैचिंग शुरू कर दी. वह राह चलते लोगों से मोबाइल फोन, गले की चेन वगैरह की झपटमारी करने लगा. इस काम में उसे सफलता मिली तो उस की हिम्मत बढ़ गई. झपटे हुए सामान को औनेपौने दामों में बेच कर वह अपना खर्चा चलाने लगा.
इसी में से कुछ पैसे वह अपने मातापिता को भेजता था. उस ने घर पर बता रखा था कि वह एक अच्छी कंपनी में नौकरी करता है. चूंकि आकाश कभी पकड़ा नहीं गया था, इसलिए उस की हिम्मत बढ़ती जा रही थी. इसी के चलते उस ने घरों में चोरियां करनी शुरू कर दीं.
कुत्तों की परेशानी आई तो उस ने अपने गांव के कुछ अनुभवों और कुत्तों के व्यवहार से संबंधित कुछ किताबें पढ़ कर कुत्तों को वश में करना सीखा. इस से उसे बड़े लोगों के घरों में चोरी करने में आसानी होने लगी. जब आकाश की आय बढ़ी तो वह अपने घर ज्यादा पैसे भेजने लगा. लेकिन इसी बीच उसे ड्रग लेने की लत लग गई. धीरेधीरे उस की यह आदत इतनी बढ़ी कि वह करीब 3 हजार रुपए रोजाना ड्रग पर खर्च करने लगा.
आकाश जिस तरह मोटी रकम गांव भेजता था, उस से गांव वालों को लगता था कि वह कोई अच्छी नौकरी करता है. फलस्वरूप उस की शादी के लिए अच्छे परिवारों से रिश्ते आने लगे. आकाश से बात कर के उस के घर वालों ने एक अच्छे घरपरिवार में उस का रिश्ता पक्का कर दिया. अप्रैल में उस की शादी की तारीख भी तय हो गई.
आकाश चाहता था कि वह सुहागरात में अपनी दुलहन को ढेर सारी जूलरी गिफ्ट करे ताकि वह खुश हो जाए. इसी के मद्देनजर उस ने ताबड़तोड़ स्नैचिंग और चोरियां शुरू कर दीं. इस बीच उस ने 100 से ज्यादा वारदातों को अंजाम दिया.
द्वारका के बिंदापुर थानाक्षेत्र में एक मकान में की गई चोरी में उसे लाखों की जूलरी मिली. खास बात यह थी कि जिस कोठी में उस ने चोरी की, उस में 4 खतरनाक कुत्ते थे, लेकिन भौंका एक भी नहीं. असलियत में आकाश को देख कर वे दुम हिलाने लगे थे, जैसे कह रहे हों, जाओ आराम से चोरी करो.
आकाश ने उस मकान में चोरी तो कर ली, लेकिन काम हो जाने के बाद जब वह सड़क पर आया तो उसे गली के कुत्तों ने घेर लिया. उस ने उन्हें कंट्रोल करने की बहुत कोशिश की, लेकिन उन्होंने पीछा नहीं छोड़ा.
यहां तक कि एक कुत्ते ने उस के पैर में काट भी लिया. इस के बावजूद घायल आकाश किसी तरह कुत्तों से पीछा छुड़ा कर अपने कमरे पर पहुंच गया. अगले दिन थाना बिंदापुर में इस मामले की रिपोर्ट दर्ज हुई. लाखों की जूलरी चोरी का मामला था, इसलिए इस की जांच की जिम्मेदारी द्वारका जिले के स्पैशल स्टाफ को सौंपी गई.
सबइंसपेक्टर नवीन कुमार और अरविंद कुमार की टीम इस मामले को सुलझाने में लग गई. पुलिस ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली. 3 किलोमीटर के दायरे में उन्होंने करीब 25 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज देखीं.
एक फुटेज में उन्हें एक संदिग्ध युवक दिखाई तो दिया लेकिन उस की शक्ल क्लियर नहीं थी. ऐसे में उसे पहचानना संभव नहीं था. अलबत्ता उस फुटेज से यह पता चल गया कि उस युवक को गली के कुत्तों ने घेर लिया था और उस की टांग में काटा भी था.
पुलिस के लिए यह काफी महत्त्वपूर्ण क्लू था. पुलिस टीम समझ गई कि कुत्ते का काटा हुआ व्यक्ति कहीं न कहीं इंजेक्शन लगवाने जरूर जाएगा.
अपनी इस सोच के चलते पुलिस टीम ने उन सरकारी अस्पतालों से संपर्क किया, जहां कुत्तों के काटे व्यक्ति को इंजेक्शन लगाए जाते हैं. वहां इस बात का भी पता लगाया गया कि 25, 26, 27 मार्च को ऐसे कौनकौन युवक आए थे, जिन की टांग में कुत्ते ने काटा था.
इसी छानबीन में पुलिस को जानकारी मिली कि उत्तमनगर के आनंदविहार इलाके में रहने वाला आकाश इंजेक्शन लगवाने आया था. थोड़ी कोशिश के बाद पुलिस आकाश तक पहुंच गई और उसे हिरासत में ले कर पूछताछ की.
अंतत: आकाश ने चोरी की इस वारदात को तो स्वीकारा ही, साथ ही चोरी के ऐसे खुलासे किए, जिन्हें सुन कर पुलिस भी हैरत में रह गई. उस ने 100 से अधिक वारदातों को अंजाम देने की बात स्वीकार की. इन में से 17 केसों को तो पुलिस टीम ने सुलझाया ही, आकाश से 20 लाख रुपए की जूलरी भी बरामद की.
पूछताछ के बाद आकाश को अदालत में पेश कर के तिहाड़ जेल भेज दिया गया. अब आकाश की शादी भी खटाई में पड़ गई और सुहागरात में अपनी दुलहन को ढेरों ज्वैलरी उपहार देने का सपना भी अधूरा रह गया.