कब बंद होगी कैब में छेड़छाड़? कहीं चलती कार में रेप, कभी चूमने की कोशिश
देश की सरकार महिलाओं सशक्तिकरण की बात करती है, लेकिन क्या वाकई महिलाए सशक्त है. महिलाओं के साथ आए दिन होने वाली छेड़छाड़ और रेप की घटनाएं कुछ और ही दास्तां बंया करती है. देश की राजधानी दिल्ली में हाल सबसे बुरा है. राजधानी में कैब में लड़कियों और महिलाओं से छेड़छाड़ के मामले रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं. कुछ समय पहले ऊबर कैब के ड्राइवर ने चलती कार में युवती का रेप कर दिया था. इस मामले ने दिल्ली समेत पूरे देश हाहाकर मचा दिया था. उस समय बात उठी क्या अब महिलाएं कैब में भी सुरक्षित नहीं है. तो क्या वो रात को काम करना और बाहर निकलना छोड़ दें.
काफी समय तक इसको लेकर चर्चाएं रहीं, सरकार ने सुरक्षा के तमाम दावे किए, पर एक प्रश्न जो आज भी जस का तस बना हुआ है कि क्या आज महिलाएं सेफ हैं. हाल ही में विदेशी महिला के साथ ओला कैब ड्राइवर की ओर से की गई छेड़खानी तो किसी ओर ही तरह इशारा करती हैं. आइए हम आपको बताते कैब से जुड़े अपराध की घटनाओं के बारे में.
सुषमा स्वराज ने की एलजी से बात
शनिवार 7 मई 2016 को एप आधारित टैक्सी सेवा ओला से सफर कर रही एक विदेशी महिला से कैब चालक ने छेड़छाड़ की. विरोध करने पर उसने विदेशी महिला को बीच रास्ते ही उतारकर फरार हो गया. पुलिस ने महिला की शिकायत पर आरोपी कैब ड्राइवर को गिरफ्तार उसे 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. इस पूरे मामले पर संज्ञान लेते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग से बात की. चित्तरंजन पार्क थाने मे दर्ज एफआईआर के मुताबिक 23 साल की बेल्जियम की रहने वाली युवती ने गुरुग्राम से दिल्ली के चित्तरंजन पार्क आने के लिए ओला कैब बुक की थी.
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