‘वैदिकी हिंसा, हिंसा न भवति' इस बात से भी कुछ ऐसी ही ध्वनि आ रही है कि अगर कोई दूसरा व्यक्ति महिला की इच्छा के बिना उससे संभोग करता है तो वो बलात्कार है और अपराध है लेकिन अगर खुद का पति ऐसा करता है तो वो बलात्कार नहीं है.

डिजिटल मीडिया एंड एंटरटेनमेंट कंपनी सिली मॉन्क्स की यूट्यूब पर नई लघु फिल्म 'नेनू आमे' (आई एम..शी!) काफी चर्चा बटोर रही है. फिल्म में कार्यस्थल और घर में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अत्याचार, दुष्कर्म और यौन उत्पीड़न पर प्रकाश डाला गया है, जिसे देखकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे.

साउथ फिल्मों की अभिनेत्री  सौम्या बोलाप्रगादा ने इस फिल्म को बनाया है. इस शॉर्ट फिल्म को सौम्या ने लिखा भी है और निर्देशन भी किया है. इस फिल्म में कोई भी डायलॉग नहीं है, लेकिन इसमें शादी के बाद घर में एक महिला के साथ होने वाली हिंसा और दुष्कर्म को दिखाया गया है.

सौम्या ने बताया, "यह शिवानी द्वारा निभाई गई 12 मिनट 32 सेकंड की कहानी है. मैं महिलाओं के मुद्दे उठाना चाहती थी और मुझे लगता है कि यह फिल्म इसमें सक्षम है." इस लघु फिल्म में संजीत, भगत और बिनायक दास भी हैं.

यहां क्लिक कर देखें ये रोंगटे खड़े कर देने वाली फिल्म…

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