फूड प्रोसैसिंग देश का तेजी से बढ़ता उद्योग है. इस उद्योग में रोजगार की व्यापक संभावनाएं वि-मान हैं. फूड प्रोसैसिंग इंडस्ट्री में हर साल 1 लाख से अधिक प्रशिक्षण प्राप्त व्यक्तियों की जरूरत होती है. चैंबर औफ कौमर्स ऐंड इंडस्ट्री का अनुमान है कि इस उद्योग में अगले 10 साल के भीतर 90 लाख से भी अधिक नौकरियों के अवसर पैदा होंगे.

कोर्सेज

फूड प्रोसैसिंग इंडस्ट्री में 10+2 परीक्षा उत्तीर्ण व्यक्ति भी ऐंट्री पा सकते हैं. देश भर में ऐसे कई पेशेवर संस्थान हैं जिन के द्वारा फूड प्रोसैसिंग इंडस्ट्री में ग्रैजुएशन व पोस्ट ग्रैजुएशन कोर्स कराए जाते हैं. ग्रैजुएशन में साइंस स्ट्रीम के 10+2 परीक्षा उत्तीर्ण युवा प्रवेश ले सकते हैं. फूड प्रोसैसिंग के क्षेत्र में विभिन्न पाठ्यक्रम कराने वाली प्रमुख संस्था, इंडियन इंस्टिट्यूट औफ क्रौप प्रोसैसिंग टैक्नोलौजी, थंजावुर द्वारा बीटैक कोर्स कराया जाता है, इस में जेईई मेन की रैंकिंग के आधार पर प्रवेश मिलता है. देश के कई अन्य स्थानों में फूड प्रोसैसिंग में बीएससी कोर्स भी कराया जाता है.

फूड प्रोसैसिंग के मास्टर कोर्स भी उपलब्ध हैं. इन में प्रवेश के लिए एग्रीकल्चर फूड टैक्नोलौजी, होम साइंस जैसे विषयों में स्नातक डिग्री का होना जरूरी है. फूड प्रोसैसिंग में मार्केटिंग, मैटीरियल मैनेजमैंट, सप्लाई चेन मैनेजमैंट, औपरेशनल और ह्यूमन रिसोर्स जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता कराने वाले विभिन्न कोर्स उपलब्ध हैं.

रोजगार के अवसर

फूड प्रोसैसिंग में सरकारी तथा निजी छोटे क्षेत्रों में रोजगार के अवसर उपलब्ध हैं. सरकारी क्षेत्र में डिपार्टमैंट औफ फूड ऐंड पब्लिक डिस्ट्रीब्यूटर हर वर्ष बड़ी संख्या में फूड टैक्नोलौजिस्ट की नियुक्ति करता है. इस के अलावा फूड कौरपोरेशन औफ इंडिया, सैंट्रल वेयर हाउसिंग कौरपोरेशन औफ इंडिया, सैंट्रल वेयर हाउसिंग कौरपोरेशन में भी फूड प्रोसैसिंग टैक्नोलौजी के कोर्स किए व्यक्तियों को अच्छे पैकेज व अच्छी सेवा शर्तों के साथ नियुक्ति दी जाती है.

फूड प्रोसैसिंग में सरकारी क्षेत्र की तुलना में निजी क्षेत्र में ज्यादा रोजगार की संभावनाएं हैं. इस क्षेत्र में मिल्क प्रोडक्ट्स, फ्रूट्स ऐंड वैजीटेबल, फिशरीज, प्लांटेशन व हैल्थ फूड जैसे क्षेत्रों में विभिन्न प्रकार की योग्यता व क्षमता वाले व्यक्तियों की जरूरत होती है. इन क्षेत्रों के अलावा रिसर्च लैबोरेट्रीज, सौफ्ट ड्रिंक फैक्ट्री, डिस्टलरीज, पैकेजिंग और मैन्यूफैक्चरिंग आदि में भी उत्पादन, विपणन, शोध आदि से संबंधित कार्यों के लिए फूड टैक्नोलौजी में डिग्री प्राप्त व्यक्तियों के लिए रोजगार के अवसर वि-मान हैं. इस क्षेत्र में पीजी किए हुए युवाओं के लिए रिसर्च व टीचिंग का आकर्षक रोजगार क्षेत्र भी खुला है.

फूड टैक्नोलौजी व फूड प्रोसैसिंग के क्षेत्र में प्रशिक्षण प्राप्त व्यक्तियों की कमी दूर करने के लिए भारत सरकार के फूड प्रोसैसिंग मंत्रालय ने विशेष योजना शुरू की है, जिस के अंतर्गत फूड प्रोसैसिंग के डिग्री व डिप्लोमा कोर्स के माध्यम से समुचित प्रशिक्षण प्रदान करने की व्यवस्था की गई है.

फूड टैक्नोलौजी व फूड प्रोसैसिंग का कोर्स कर के युवा अपना रोजगार भी शुरू कर सकते हैं, क्योंकि आजकल डब्बा बंद फूड पैकेजिंग का व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है.

यहां दिए संस्थानों के अलावा भी बहुत से राष्ट्रीय व राज्यस्तर के संस्थान और विश्वविद्यालय हैं जो फूड प्रौसैसिंग से संबंधित ग्रैजुएट, पोस्ट ग्रैजुएट, डिग्री, डिप्लोमा व सर्टिफिकेट कोर्स कराते हैं. इन की जानकारी विभिन्न वैबसाइटों से भी प्राप्त की जा सकती है. इस क्षेत्र से जुड़े कोर्स कर के आप देश के सर्वाधिक ग्रोथ पोटैंशियल वाले रोजगार क्षेत्र में अच्छे पैकेज वाला रोजगार प्राप्त कर सकते हैं.                               

मुख्य प्रशिक्षण संस्थान

फूड टैक्नोलौजी तथा फूड प्रोसैसिंग के विभिन्न प्रकार के कोर्स कराने वाले कुछ प्रमुख संस्थान इस प्रकार हैं :

–       एसआरएफ विश्वविद्यालय, फूड प्रोसैसिंग इंजीनियरिंग विभाग, गाजियाबाद.

– गुरु जंबेश्वर यूनिवर्सिटी औफ साइंस ऐंड टैक्नोलौजी डिपार्टमैंट औफ फूड टैक्नोलौजी, हिसार.

– गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी, डिपार्टमैंट औफ फूड साइंस ऐंड टैक्नोलौजी, अमृतसर.

– के के वाघ कालेज औफ फूड टैक्नोलौजी, नासिक.

– एमआईटी कालेज औफ फूड टैक्नोलौजी, पुणे.

– महात्मा गांधी मिशंस कालेज औफ फूड टैक्नोलौजी, औरंगाबाद.

– स्कूल औफ कैमिकल, फूड एग्रो बायो टैक्नोलौजी, मिदनापुर.

– केल्पाजी कालेज औफ फूड एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग ऐंड टैक्नोलौजी, मालापुरम, केरल.

– राजस्थान टैक्निकल यूनिवर्सिटी, कोटा.

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