Akshaya Tritiya : अक्षय तृतीया किस तरह पंडितों के लिए कमाई का साधन बन गया है, यह दिल्ली के एक समाचार से साफ जाहिर है कि इस अकेले दिन 21,000 शादियां होने के कारण हर पंडित का दाम बढ़ गया. हर पंडित ने चारचारपांचपांच शादियां कराईं. दिल्ली के 1,400 बैंक्वेट हौलों, 200 एमसीडी के कम्युनिटी हौलों, 1,000 पार्कों में पंडाल लगाने के काम करने वालों ने जम कर अतिरिक्त पैसा कमाया. यह पूरे भारत में हुआ. अबूझ मुहूर्त का नाम दे कर इस दिन शादियों से जुड़े खास लोगों ने मोटी कमाई की. सोशल मीडिया ने यह सवाल नहीं उठाया कि क्या गारंटी है कि इस दिन हुए विवाह कभी टूटेंगे नहीं और डोमैस्टिक वौयलैंस, दाउरी एक्ट, तलाक के मामले नहीं बनेंगे?
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