सवाल
मैं एक आईटी कंपनी में जौब करता हूं और मेरी सैलरी अच्छीखासी है. वहां पास की एक सौफ्टवेयर कंपनी में काम करने वाली 33 वर्षीया युवती से मेरा अफेयर हो गया. वह बहुत ही सुंदर है, मैं उस की सुंदरता का दीवाना हो गया हूं.
वह आएदिन मुझ से गिफ्ट्स की डिमांड करती थी जिसे मैं खुशीखुशी पूरा कर देता था लेकिन जब मैं ने उस के सामने शादी का प्रस्ताव रखा तो उस ने मेरा यह कह कर मजाक बनाया कि तुझ गंजे से कौन शादी करेगा. यह सुन मुझे बहुत दुख हुआ लेकिन मैं उसे चाह कर भी नहीं भूल पा रहा हूं?
जवाब
जो प्यार किसी की सीरत से नहीं बल्कि सूरत देख कर किया जाता है वह प्यार नहीं बल्कि सिर्फ उस से मतलब साधने के लिए ही किया जाता है और आप के साथ भी ऐसा ही हुआ है. आप का पैसा देख कर और यह जानकर कि आप उस से बेइंतहा प्यार करते हैं इसी का उस ने फायदा उठाया है और आप से महंगेमहंगे गिफ्ट्स ऐंठे.
जब शुरुआत में ही गिफ्ट्स मांगने का प्रचलन बढ़ा था तभी आप को सख्ती बरतनी चाहिए थी. आप की ढील का ही नतीजा है कि उस की डिमांड बढ़ी और अब जब उसे लगने लगा है कि आप रिलेशन के प्रति सीरियस हैं तो वह आप को गंजा कह कर बेइज्जत कर रही है. ऐसे में आप इस समय को बुरा वक्त समझ कर भूल जाएं और उस से यह कहना भी न भूलें कि रिश्ता दिल से निभाया जाता है न कि चेहरा देख कर.
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शादी से पहले जरूर करवा लें ये 8 टैस्ट
कई फिल्मों में शादी के लिए कुंडली मिलान बहुत जरूरी बताया जाता है और कुंडली न मिलने पर पक्का रिश्ता भी टूट जाता है, लेकिन अधिकतर देखा गया है कि कुंडली मिला कर की गई शादियों में भी तलाक की दर बहुत अधिक है, इसलिए अब लोगों की सोच बदलने लगी है और उन्हें लगता है कि शादी के लिए कुंडली से ज्यादा जरूरी है कि दोनों एकदूसरे के लायक हों और शारीरिक रूप से फिट हों ताकि शादी के बाद किसी तरह की कोईर् परेशानी न आए.
शादी से पहले युवकयुवती को एकदूसरे के बारे में सबकुछ पता हो तो आगे चल कर सिचुएशन हैंडिल करने में काफी आसानी रहती है और दोनों एकदूसरे को उस की कमियों के साथ स्वीकारने की हिम्मत रखते हैं तो ऐसा रिश्ता काफी मजबूत बनता है. इसलिए दूल्हादुलहन शादी से पहले कई तरह के मैडिकल टैस्ट कराने से भी नहीं हिचकिचाते. आइए जानें, ये मैडिकल टैस्ट कौन से हैं और कराने क्यों जरूरी हैं :
एचआईवी टैस्ट
यदि युवक या युवती में से किसी एक को भी एचआईवी संक्रमण हो तो दूसरे की जिंदगी पूरी तरह से बरबाद हो जाती है. इसलिए शादी से पहले यह टैस्ट करवाना बहुत जरूरी है. इस में आप की सजगता और समझदारी है.
उम्र का परीक्षण
कई बार शादी करने में काफी देर हो जाती है और उम्र अधिक होने के कारण युवतियों में अंडाणु बनने कम हो जाते हैं तथा बच्चे होने में परेशानी आ सकती है. इसलिए यदि बढ़ती उम्र में शादी कर रहे हैं तो टैस्ट जरूर कराएं.
प्रजनन क्षमता की जांच जरूरी
जिन कपल्स को शादी के बाद बच्चे पैदा करने में समस्या आती है, उन्हें प्रजनन क्षमता का टैस्ट जरूर कराना चाहिए ताकि पता चल सके कि कमी युवक में है या युवती में. वैसे तो यह टैस्ट शादी से पहले ही होना चाहिए, जिस से पता चल सके कि वे दोनों संतान पैदा करने योग्य हैं भी या नहीं.
ओवरी टैस्ट
इस टैस्ट को युवतियां कराती हैं ताकि पता चल सके कि उन्हें मां बनने में कोई मुश्किल तो नहीं है. कई युवतियां इस टैस्ट को कराने में हिचकिचाती हैं कि यदि कोईर् कमी पाई गई तो उन का रिश्ता होना मुश्किल हो जाएगा, जबकि ऐसा नहीं है. आज तो मैडिकल साइंस में हर चीज का इलाज है. अच्छा तो यह है कि समय रहते आप को प्रौब्लम के बारे में पता चल जाएगा. यदि टैस्ट सही आया तो आप को वैवाहिक जीवन में कोई तकलीफ नहीं होगी.
सीमन टैस्ट
इस टैस्ट में युवकों के वीर्य की जांच होती है कि वह बच्चा पैदा करने के लिए पूरी तरह से सक्षम है या नहीं और अगर कोई प्रौब्लम है तो उस का इलाज करवा कर पूरी तरह स्वस्थ हुआ जा सकता है. यह टैस्ट इसलिए करवाया जाता है ताकि पहले ही परेशानी के बारे में पता चल जाए और उसी के हिसाब से इलाज करवा कर बंदा शादी के लिए पूरी तरह से परफैक्ट हो जाए.
यौन परीक्षण
कुछ बीमारियां संक्रमित होती हैं, जो शारीरिक संपर्क के दौरान बढ़ती हैं. इन बीमारियों को सैक्सुअली ट्रांसमिटेड बीमारियां कहा जाता है और ये संभोग के बाद पार्टनर को भी बड़ी आसानी से लग जाती हैं. इसलिए ऐसी किसी भी बीमारी से बचने के लिए शादी से पहले ही यह जांच करवा लें ताकि भविष्य में किसी गंभीर बीमारी से पार्टनर और आप दोनों ही बच सकें.
ब्लड टैस्ट
ब्लड टैस्ट कराने से पता चल जाता है कि कहीं ब्लड में कोई ऐसी प्रौब्लम तो नहीं है, जिस का सीधा असर होने वाले बच्चे पर पड़ेगा. हीमोफीलिया या थैलेसीमिया ऐसे खतरनाक रोगों में से एक हैं जिन में बच्चा पैदा होते ही मर जाता है. इस में दोनों के ब्लड की जांच कराना आवश्यक है जिस से आर एच फैक्टर की सकारात्मकता व नकारात्मकता का पता चल सके. यह टैस्ट शादी से पहले कराना अतिआवश्यक है.
जैनेटिक टैस्ट
इस तरह के टैस्ट को परिवार की मैडिकल हिस्ट्री भी कहा जाता है. इस से जीन के विषय में पता चल जाता है कि आप को जैनेटिक डिजीज है भी या नहीं. इस टैस्ट से आनुवंशिक बीमारियों के बारे में भी पता चल जाता है जो पार्टनर को कभी भी हो सकती हैं.
अगर आपकी भी ऐसी ही कोई समस्या है तो हमें इस ईमेल आईडी पर भेजें- submit.rachna@delhipress.biz
सब्जेक्ट में लिखें- सरिता व्यक्तिगत समस्याएं/ personal problem