सवाल

मैं और मेरी सहेली एकसाथ कालेज में पढ़ते थे. कई वर्ष बीत गए हैं. हम दोनों सहेलियां कालेज के बाद कुछ खास मिलीं नहीं. वह बहुत कंजूस किस्म की लड़की थी और बहुत ज्यादा उधारी रखने वाली भी. सभी से उधार लेले कर उस ने अच्छाखासा कर्ज अपने सिर पर चढ़ा रखा था.

मुझ से भी 7-8 हजार रुपए तो उस ने ले ही रखे थे. अभी एक हफ्ता पहले ही वह मुझे एक फंक्शन में मिली. वह बिहार से 2 महीने पहले ही दिल्ली आई है और यहां उसे अच्छा किराए का घर भी नहीं मिल रहा. मेरा यहां खुद का 4 मंजिला घर है और बातोंबातों में मैं ने उस से यह कह दिया कि एक मंजिल किराए के लिए खाली पड़ी है. यह जान कर उस ने झट से कह दिया कि वह अगले हफ्ते ही मेरे घर में किराए पर रहने के लिए शिफ्ट कर जाएगी. मुझे पता है कि वह किराया तो देगी नहीं और कर्ज अलग लेती रहेगी, जो कभी लौटाएगी भी नहीं. आखिर, मैं उसे मना करूं तो कैसे करूं?

जवाब

आप को अपनी सहेली की आदत पता है और यह भी पता है कि वह आप का पैसा नहीं देगी तो फिर यह तो तय है कि आप को किसी भी तरह उसे अपने घर में शिफ्ट करने से रोकना ही होगा. अब रोकने के लिए आप को झूठ का सहारा भी लेना पड़े तो ले लीजिए. आप यह कर सकती हैं कि अपनी सहेली को फोन करें और यह कहें कि आप ने अपने पति से इस बारे में बात की जिस के बाद उन्होंने साफ कह दिया कि वे उस मंजिल को किराए पर देने के लिए तैयार नहीं हैं.

आप अपनी सहेली से यह कह दें कि आप के खुद के बच्चे उस ऊपरी मंजिल को सेपरेट रूम की तरह इस्तेमाल करना चाह रहे हैं और किराए पर देने का विचार आप त्याग चुकी हैं.

इन सब के बाद तो आप की दोस्त शायद समझ ही जाएगी कि आप घर किराए पर देने के मूड में नहीं हैं. इस बात का ध्यान जरूर रखें कि भावनाओं में बह कर या दोस्ती के नाम पर आप ने अपनी दोस्त को रूम किराए पर दे दिया तो उस के दूरगामी परिणाम बुरे भी हो सकते हैं. आप के निजी जीवन में तो वह टांग अड़ाएगी ही, साथ ही आप के घरपरिवार को आर्थिक रूप से भी प्रभावित करेगी. इसलिए कड़े मन से फैसला करें और उसे घर किराए पर न दें.

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