सवाल

 

बेटी की उम्र 28 साल की है. अच्छी पढ़ीलिखी है. देखने में भी सुंदर है लेकिन कालेज की पढ़ाई खत्म होने के बाद पता नहीं क्यों धीरेधीरे वह डल होती गई, जिससे मोटी हो गई. अपने कपड़े खरीदने भी बाजार जाने से कतराने लगी कि दुकानदार कहेगा कि आप का साइज नहीं है. फैमिली गैदरिंग में जाने का सोच कर ही उस की तबीयत खराब होने लगती है, पसीना आ जाता है. वैसे, हम ने डाक्टर को दिखाया है. उस ने दवाइयां दी हैं. आप भी कोई सुझाव दें जिस से वह इस स्थिति से बाहर निकल सके?

जवाब

इस स्थिति को सोशलफोबिया भी कहते हैं. व्यक्ति सामाजिक संबंधों को विकसित करने के दौरान अन्य लोगों की तुलना में बहुत अधिक आत्मजागरूक और भयभीत महसूस करता है. इस से आत्मसम्मान यानी सैल्फ स्टीम भी कम होने लगती है. वे आमतौर पर किसी भी सोशल गैदरिंग में जाने से इसलिए भी कतराते हैं कि उन्हें लगता है कि उन्हें जज किया जा रहा है.

डाक्टरी मदद तो आप ने शुरू कर दी है, साथ ही साथ, कुछ तरीके भी अपनाएं, जैसे ब्रीद ऐक्सरसाइज का रोजाना करना. आप की बेटी इस से काफी रिलैक्स महसूस करेगी.

प्रौग्रैसिव मसल रिलैक्सेशन भी इस में कारगर साबित हो सकता है. बेटी को फिजिकल एक्टिविटी, जैसे जौगिंग, रनिंग आदि के लिए प्रोत्साहित करें. शुरू में उस के साथ आप भी जाइए ताकि वह अपने को अकेला न महसूस करे. इस से एंग्जाइटी को कम करने में काफी मदद मिलती है.

किसी भी सोशल परिस्थिति का सामना करने के लिए उसे तैयार कीजिए. उस का माइंड सैट करने की कोशिश कीजिए. अचानक से बहुत भीड़भाड़ वाली जगहों, पार्टी, फंक्शन आदि में जाने के बजाय कम भीड़ वाली जगहों पर ले जाएं. रैस्टोरैंट में खाना खाने जाएं. शौपिंग करने के लिए उसे ऐसे स्टोर पर ले कर जाएं जहां एक्ट्रा लार्ज साइज के कपड़े मिलते हों. उस से पौजिटिव बातें करें और उसे भी पौजिटिव बातें करने के लिए कहे. मन में सकारात्मक खयाल रखें. इन सब बातों से भी उस में सोशल एंग्जाइटी धीरेधीरे कम होने लगेगी.

 

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