सवाल
मेरी उम्र 25 साल है. मुझे किडनी स्टोन है. मैं गर्भवती हूं. क्या किडनी स्टोन से गर्भावस्था पर कोई प्रभाव पड़ता है?
जवाब
जब बच्चा गर्भाशय में स्थान घेरता है तो किडनी पर प्रभाव पड़ता है. ऐसे में अगर आप को किडनी स्टोन है तो समस्या गंभीर हो सकती है. अगर पेट में बच्चा हो तो किडनी पर प्रभाव अधिक पड़ता है. उस में सूजन आ सकती है. इस से यूटीआई का खतरा और बढ़ जाता है. यह स्थिति बच्चे के लिए भी घातक हो सकती है. अत: जब प्रैगनैंसी प्लान करें तो स्टोन का चेकअप जरूर करा लें ताकि पता लग जाए कि स्टोन की स्थिति क्या है.
ये भी पढ़ें…
छोड़ दें ये आदतें, कहीं फेल न हो जाए किडनी
भारत में किडनी फेलियर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अक्सर लोग डॉक्टर की सलाह लेने के बजाय सीधे मेडिकल स्टोर से सिरदर्द और पेट दर्द की दवाएं लेकर खा लेते हैं. इनसे किडनी को नुकसान पहुंचता है. आज हम उन आदतों के बारे में बता रहे हैं जो किडनी में प्रॉब्लम की वजह बन रही हैं.
ज्यादा नमक खाना
ज्यादा नमक खाने से किडनी खराब हो सकती हैं. नमक में मौजूद सोडियम ब्लड प्रेशर बढ़ाता है, जिससे किडनी पर बुरा असर पड़ता है.
ज्यादा नॉनवेज खाना
मीट में पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन होता है. ज्यादा मात्रा में प्रोटीन डाइट लेने से किडनी पर मेटाबॉलिक लोड बढ़ता है, जिससे किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है.
बहुत ज्यादा दवाएं
छोटी-छोटी समस्या आने पर एंटीबायोटिक या ज्यादा पेनकिलर्स लेने की आदत किडनी पर बुरा असर डाल सकती है. डॉक्टर्स से पूछे बगैर ऐसी दवाएं न लें.
शराब पीना
ज्यादा मात्रा में और नियमित अल्कोहल के सेवन से आपके लिवर और किडनी पर बहुत बुरा असर पड़ता है. ज्यादा कोल्ड ड्रिंक भी नुकसानदेह होती है.
सिगरेट या तंबाकू
सिगरेट या तंबाकू के सेवन से टॉक्सिंस जमा होने लगते हैं, जिससे किडनी डैमेज होने की समस्या हो सकती है. इससे बीपी भी बढ़ता है, जिसका असर किडनी पर पड़ता है.
यूरिन रोक कर रखना
यूरिन रोककर रखने पर ब्लैडर फुल हो जाता है. यूरिन रिफ्लैक्स की समस्या होने पर यूरिन ऊपर किडनी की ओर आ जाती है. इसके बैक्टीरिया के कारण किडनी इंफेक्शन हो सकता है.
पानी कम या ज्यादा पीना
रोज 8-10 गिलास पानी पीना जरूरी होता है. इससे कम पानी पीने पर शरीर में जमा टॉक्सिंस किडनी फंक्शन पर बुरा असर डालते हैं. ज्यादा पानी पीने पर भी किडनी पर प्रेशर बढ़ता है.
ओवर ईटिंग
सामान्य लोगों की तुलना में मोटे लोगों की किडनी डैमेज होने का खतरा कई गुना ज्यादा बढ़ जाता है. ओवर ईटिंग से वजन तेजी से बढ़ता है, इसलिए ज्यादा खाने से बचें.
पूरी नींद न लेना
स्टडी की मानें तो रोज 7-8 घंटे से कम सोने वालों को हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट डिजीज का खतरा ज्यादा होता है. ऐसे में किडनी डिजीज की आशंका बढ़ जाती है.