सवाल
मैं दीदी से कहीं ज्यादा सुंदर हूं और यह बात नहीं कि मैं पढ़ाईलिखाई में पीछे हूं, हां, दीदी जितनी होशियार नहीं. ऐसी बात नहीं कि मम्मीपापा मु?ो प्यार नहीं करते लेकिन दीदी की तारीफ सुनसुन कर मु?ो ईर्ष्या होती है. दूसरे कई कामों में मैं दीदी से आगे हूं. लेकिन पता नहीं क्यों जो पढ़ाई में तेज होता है, लोग उसी की तारीफ करते हैं. अब आप ही बताइए, मु?ो गुस्सा नहीं आएगा. क्या करूं कि सब की नजरों में चढ़ जाऊं?
जवाब
आप को ऐसा क्यों लगता है कि जो पढ़ाई में होशियार होता है लोग उसी की तारीफ करते हैं. आप खुद लिख रही हैं कि आप भी पढ़ाई में ठीकठाक हैं और कई चीजों में अपनी दीदी से आगे हैं, फिर आप अपनेआप को दीदी से कम क्यों आंकती हैं. आप के लिए अच्छा है कि आप अपनी और खूबियों को निखारने में ज्यादा ध्यान लगाएं बजाय अपनी दीदी से ईर्ष्या करने में.
आप अपनी दीदी से ज्यादा सुंदर हैं लेकिन दीदी तो आप से नहीं जलतीं. यदि ऐसा होता तो आप हमें यह बात जरूर लिखतीं. इस का मतलब साफ है कि दीदी आप से प्यार करती हैं. वे अपनी पढ़ाईलिखाई में बिजी रहती होंगी, इसलिए शायद वे अपना प्यार आप पर जाहिर नहीं करती होंगी और न ही आप ने महसूस करने की कोशिश की होगी. आप दोनों शायद एकदूसरे के साथ टाइम ज्यादा स्पैंड नहीं करतीं.
याद रखिए, 2 बहनों का रिश्ता बहुत खास होता है. आज के समय में वैसे भी ज्यादा भाईबहन नहीं होते. यदि बहन से आप का रिश्ता खराब हो जाएगा तो आप के मन में जो खालीपन रह जाएगा वह कभी भर नहीं सकता. क्योंकि, बहन की जगह कभी भी दोस्त या रिलेटिव नहीं ले सकता. इसलिए रिश्ते में पनपी इस प्रतिस्पर्धा को कभी भी इतना तूल न दें कि वह रिश्ते पर चोट करे.