सवाल
मेरे पति और मैं दोनों ही एमएनसी में काम करते हैं. घर वापस आ कर हम दोनों एकदूसरे को अपना पूरा समय देने की कोशिश करते हैं लेकिन हमारा काम ही कुछ ऐसा है कि हमें अपना मोबाइल अपने आसपास ही रखना पड़ता है, घर पर भी, ताकि औफिशियल कौल या मैसेज रिसीव कर सकें. मेरे तो तब भी कम ही कौल आते हैं लेकिन हसबैंड घर पर भी फोन पर बिजी हो जाते हैं.
जवाब
मु?ो बहुत गुस्सा आता है. सम?ा में नहीं आ रहा कि कैसे सब मैनेज करूं? जौब वर्क भी इग्नोर नहीं कर सकते. क्या करूं, आप ही सु?ाएं? मोबाइल जिंदगी का एक महत्त्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है. सारे काम इसी से जुड़ गए हैं. यहां तक कि दोस्तों के बीच, मेहमानों के साथ बातचीत करते हुए भी हम अपना मोबाइल चैक करते रहते हैं, कहीं कुछ अर्जेंट मिस न हो जाए. आप की और आप के हसबैंड की जौब ऐसी है कि औफिशियल कौल या मैसेज का ध्यान आप को घर में भी रखना पड़ता है. लेकिन फिर भी इस से रिलेशनशिप की क्वालिटी खराब हो जाती है. यह रिश्ते में एक व्यक्ति के कंफर्ट और कौन्फिडैंस की फीलिंग्स और दूसरे की मौजूदगी को छीन सकता है.
फोन पर ध्यान देने के लिए किसी की मौजूदगी को नजरअंदाज करने को फबिंग कहते हैं. अगर आप चाहती हैं कि आप और आप के पार्टनर के बीच कोई टकराव न हो तो फबिंग से तौबा करनी ही होगी. आप की बात ठीक है कि जौब वर्क इग्नोर नहीं कर सकते लेकिन पर्सनल लाइफ और औफिशियल लाइफ दोनों को अलगअलग रखना बहुत जरूरी होता है. किसी भी औफिस कल्चर में शाम में एक टाइम के बाद कोई किसी को डिस्टर्ब नहीं करना चाहता. इसलिए आप खुद भी कुछ तरीके अपना कर फबिंग से छुटकारा पा सकती हैं. नोटिफिकेशन बंद कर दीजिए क्योंकि फोन पर बारबार नोटिफिकेशन आने से ध्यान भटकता है.
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