राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव की ऐश्वर्या राय से पटना में हुई शादी वैसी ही थी जैसी वैदिक काल में युवराजों की हुआ करती थी और लोकतांत्रिक युग में रईसों की हुआ करती है. ऐसी शादियों में पानी की तरह पैसा बहा कर शक्ति प्रदर्शन किए जाने के एक नहीं, अनेक मकसद होते हैं. इस हुड़दंगी शादी में 7 हजार लोगों को आमंत्रित किया गया था जिन में उल्लेखनीय नाम बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान, सपा मुखिया अखिलेश यादव और अभिनेता व सांसद शत्रुघ्न सिन्हा के हैं.

वरमाला होतेहोते बराती अपने भारतीय रंग में आ गए और जम कर तोड़फोड़ की. कुछ तो बरतन तक अपने साथ बरात का टीका समझ कर ले गए. पुराने जमाने की शादियों में ऐसा इफरात से होता था कि बराती गिलासप्लेटें और चादर तक लड़की वालों की तरफ से दिया उपहार समझ चुरा ले जाते थे. बाद में लड़की वाले इस असभ्यता पर सिर धुनते टैंटहाउस वालों को किस्तों में पैसा देते रहते थे.

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