पाकिस्तान ने परमाणु हथियारों वाले पनडुब्बी (सबमैरीन) बेड़े के विकास की भारतीय कोशिश पर चिंता जताई है. उसने भारत की पनडुब्बी से बैलेस्टिक मिसाइल दागे जाने के प्रयोग पर भी चिंता व्यक्त की है. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा कि वो भारत से सभी मामलों पर बातचीत के लिए तैयार है, लेकिन उन्होंने भारत के मिसाइल टेस्ट करने पर सवाल उठा दिया. जकारिया ने भारत के पनडुब्बी बैलेस्टिक मिसाइल के परीक्षण करने को गलत कदम बताया.

पाकिस्तानी प्रवक्ता नफीस जकारिया ने कहा है कि अत्याधुनिक हथियारों का इस तरह का विकास न केवल पाकिस्तान के लिए चिंता का विषय है बल्कि यह पूरी दुनिया के लिए खतरा है. इससे इलाके का सामरिक संतुलन बिगड़ेगा और हिंद महासागर में परमाणु हथियारों की होड़ शुरू हो जाएगी. जकारिया ने कहा कि गुपचुप तरीके से इस तरह मिसाइल परीक्षण से पड़ोसी देशों के साथ सामरिक संतुलन पर गंभीर असर पड़ता है. पाकिस्तान ने भारत के इस कदम को लेकर कई देशों को सूचित किया है.

उन्होंने कहा कि हाल में किए गए बैलेस्टिक मिसाइल के परीक्षण से पहले पाकिस्तान को उसकी नियमानुसार सूचना नहीं दी गई. जबकि सतह या नौसेना के जहाज से किसी बैलेस्टिक मिसाइल के परीक्षण से पहले उसकी सूचना पड़ोसी देशों को दी जाती है. इससे पड़ोसी हमलावर मिसाइल के दिशा बदलने की आशंका से सतर्क रहते हैं और उसके मद्देनजर इंतजाम करते हैं. प्रवक्ता ने बताया कि सूचना न देने पर भारत से विरोध जता दिया गया है.

उल्लेखनीय है कि पनडुब्बी लंबे समय तक पानी के भीतर काफी गहराई में रहने और चलने में सक्षम होती है. इससे छुपकर दुश्मन पर वार किया जा सकता है. इसके परमाणु हथियारों की क्षमता से लैस हो जाने पर यह और खतरनाक हो जाती है. ऐसे में यह अचानक दुश्मन की सीमा के नजदीक जाकर पल झपकते ही उस पर परमाणु हमला कर सकती हइसके अलावा पाकिस्तान ने एक बार फिर भारत के अंदरूनी मामलों के दखल देने की कोशिश की है. उन्होंने कहा कि मिसाइल परीक्षण के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में पिछले काफी दिनों से मानवाधिकार कानूनों का उल्लघंन हो रहा है, ये गंभीर चिंता का विषय है.

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