सुमेधा अक्सर ही खेल कूद जैसी गतिविधियों से दूर रहा करती है. उसे न भागना पसंद है, न बाकी लड़कियों की तरह उछल कूद करना और न ही नाचना गाना. वह 17 वर्ष की है परंतु अपनी उम्र की बाकी सभी लड़कियों से बिलकुल अलग. उसे देखकर कभी ऐसा नहीं लगता कि वह कम्फर्टेबल है. कभी उसकी टीशर्ट बहुत ढीली होती है तो उसका वक्षस्थल भी वैसा ही दिखता है. कभी बहुत टाइट कपड़े पहन ले तो फिगर पूरी खराब दिखने लगती है. अक्सर ही वह अपनी ब्रा स्ट्रैप ठीक करती नजर आती है जिसके कारण उसे बहुत बार शर्मिंदा भी होना पड़ा है.

सुमेधा की असुविधा और शर्मिंदगी का कारण उसका अंडरगारमेंट्स का गलत चुनाव है. यही कारण है कि वह ऐसे सभी कार्यों से बचती बचाती घूमती है जिन्हे करने में आमतौर पर लड़किया आगे रहती हैं और इसी कारण उसका आत्मविश्वास डगमगा गया है.

किसी भी लड़की या महिला के लिए यह बहुत जरुरी है कि वह अंडरगारमेंट्स ऐसे चुनें जिनमे वह पूरी तरह से कम्फर्टेबल भी हो और कौंफिडेंट भी महसूस करे. आजकल बाज़ार में लड़कियों के बौडी टाइप के अनुसार अलग अलग तरह के ब्रा व पैंटी उपलब्ध हैं. ब्रा की बात करें तो इनमे लाइट पैडेड, फुल्ली पैडेड, पुशअप, मोल्डेड, स्ट्रैपलेस, ट्यूब ब्रा, स्टिक ओन ब्रा, इनविजिबल स्ट्रैप, ब्रालेट्ट, केमीब्रा और स्पोर्ट्स ब्रा जैसे विकल्प उपलब्ध हैं. वहीं पैंटी में ब्रीफ, हाई कट ब्रीफ, बौयशौर्टस, हिप्स्टर, हाई वेस्ट और थोंग जैसे विकल्प हैं. लड़कियों द्वारा अपने बौडी टाइप और शेप साइज के अनुसार ही अंडरगारमेंट्स का चुनाव किया जाना चाहिए, परन्तु ऐसी बहुत सी लड़कियां व महिलाएं हैं जो गलत अंडरगारमेंट्स का चुनाव करती हैं. जो उनकी शारीरिक संरचना को तो प्रभावित करते ही हैं साथ ही उनके कौन्फिडेंस को भी खत्म करते हैं.

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अंडरगारमेंट्स कैसे चुनें

अंडरगारमेंट्स का चुनाव करते वक़्त यह ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि वह अफोर्डेबल और कम्फर्टेबल हों. तात्पर्य ऐसे अंडरगारमेंट से है जो आपके बजट के अनुसार हो, ऐसा न हो कि आप अपने अन्य खर्चों में कटौती करके अंडरगारमेंट खरीदें जिसके लिए आपको चाहे आपकी मां हों या सास उनसे सुनते रहना पड़े. आप यदि सूझबूझ से खरीदारी करेंगी तो कम रुपयों में भी अच्छी ब्रा या पैंटी खरीद पाएंगी. कम्फर्टेबल से बात साफ़ है कि ऐसा अंडरगारमेंट हो जो आपके बौडी टाइप का हो, ऐसा न हो कि ब्रा आपने 700 की ली हो और कम्फर्ट वो 70 वाला भी न दे. निम्नलिखित कुछ ऐसे सुझाव हैं जिनसे आप अपने लिए सही अंडरगारमेंट्स चुन सकती हैं.

ब्रांड – अंडरगारमेंट्स चुनते समय सबसे जरूरी है उसकी क्वालिटी देखना. क्वालिटी की बात करें तो साफ़ तौर पर ब्रांडेड अंडरगारमेंट्स बेस्ट होते हैं. कारण साफ है कि इनका फेब्रिक अत्यधिक अच्छा होता है. यदि आप के बजट में हो तो कोशिश करें कि आप ब्रांडेड ब्रा व पैंटी खरीद सकें. ब्रांडेड ब्रा 600 से शुरू हो कर 2000 तक की हो सकती है व पैंटी की कीमत 200 से 500 के बीच होती है. हालांकि किसी मध्यम वर्गीय लड़की या महिला के लिए इन्हे खरीदना सचमुच एक मुश्किल काम है परन्तु यदि वह बहुत बड़े नहीं तो दुकानों से छोटे मोटे ब्रांड की ब्रा लें तो वह 250 तक और पैंटी 100 रूपये तक भी मिल जायगी. ज़रूरी नहीं कि आपके पास 7 -8 अंडरगारमेंट्स हों, आप 2 या 3 भी लें तो कम से कम अच्छे लें.

शेप और साइज – कभी भी अंडरगारमेंट्स खरीदते वक़्त तुक्के न मारें कि ‘शायद मेरा यह साइज है,’ या ’32 या 34 दोनों में से कोई भी दे दो.’ आपको जबतक अपना सही साइज नहीं पता होगा तबतक आप एक सही ब्रा या पैंटी नहीं खरीद सकतीं. लड़कियां अक्सर पैंटी तो सही साइज की खरीद लेती हैं लेकिन उन्हें अपना सही ब्रा साइज नहीं पता होता. एक सर्वे के अनुसार 80 फीसदी महिलाएं गलत साइज की ब्रा पहनती हैं जिनमे 70 फीसदी अपने साइज से छोटी और 10 फीसदी अपने साइज से बड़ी ब्रा पहनती हैं. अत्यधिक चौंकाने वाली बात तो यह है कि अधिकतर लड़कियां दुकानों में या बाजारों से ब्रा खरीदते वक्त कहती हैं ‘आप अपने हिसाब से देखके दे दो.’ यह पूर्ण रूप से गलत है. हर लड़की को अपना साइज पता ही होना चाहिए.

इसके साथ ही अंडरगारमेंट्स खरीदते वक़्त लड़कियों को अपनी शेप पता होनी भी आवश्यक है, जैसे यदि आपकी बौडी पीअर शेप की है तो आपको सिंपल पैंटी पहननी चाहिए परन्तु यदि आपकी बोडी शेप आवरग्लास है तो हाई वेस्ट पैंटी आप पर अच्छी लगेंगी. साथ ही अधिकतर ब्रांड्स के साइज का पैमाना अलग अलग होता है तो उसे भी अच्छी तरह चेक कर लें

फैब्रिक – अंडरगारमेंट्स चुनते समय फैब्रिक को ध्यान में रखना अतिआवश्यक है. फैब्रिक की बात करें तो पहला चुनाव आपका कौटन ही होना चाहिए. कौटन इसलिए क्योंकि यह शरीर की नमी को सोख लेता है न कि उसे जमा करता है. यदि आप कौटन पैंटी खरीद रही हैं तो 100 फीसदी कौटन न लेकर 80 फीसदी कौटन और 20 फीसदी इलास्टिन लें, पूर्ण रूप से कॉटन होने पर पैंटी ज़्यादा समय तक नहीं चलेगी न ही उसमे लचक होगी.

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लैस फैब्रिक का चुनाव करते समय ध्यान दें कि आप ब्रांड के ही अंडरगारमेंट्स लें क्योंकि साधारणतया लैस से खुजली और खाज की समस्या भी उत्पन्न हो सकती है, लैस फैब्रिक के अंडरगारमेंट्स रोजमर्रा के लिए न लेकर विशेष अवसरों के लिए ही लें.

 रंग, डिज़ाइन और कम्फर्ट

ब्रा या पैंटी खरीदते समय रंग, डिज़ाइन व कम्फर्ट को ध्यान में रखना ज़रूरी है. आप टी शर्ट अधिक पहनती हैं तो ज़ाहिर सी बात है कि आपको स्पोर्ट्स ब्रा या फुल्ली पैडेड ब्रा न पहनते हुए लाइट पैडेड ब्रा चुननी चाहिए. ऐसे ही स्कर्ट्स के साथ पहनने के लिए बॉयशॉर्टस चुनने चाहिए. रंगो का चुनाव भी अत्यधिक आवश्यक है, बेसिक तीन रंग है जो लड़कियां हर ऑउटफिट के साथ पहन सकती हैं, काला, सफ़ेद और न्यूड. इन तीन रंगो के अलावा यदि आप अत्यधिक चमक वाला रंग चुनती हैं तो ध्यान रखें कि उन्हें ऐसे रंगो के कपड़ो के साथ पहने जिनमे वो अलग से उभर कर न दिखें. रंग हमारे मूड को भी बूस्ट करने में मदद करते हैं तो कुछ गुलाबी लाल अंडरगारमेंट्स लेने में बुराई नहीं है. कम्फर्ट अत्यधिक महत्वपूर्ण है, हो सकता है देखने में आपको थोंग्स अच्छे लगें लेकिन ज्यादातर वह रोजमर्रा के लिए कम्फर्टेबल नहीं होते. इसलिए अंडरगारमेंट्स खरीदते समय ये तीनो चीज़े ध्यान में रखना आवश्यक है.

 अंडरगारमेंट्स लें, सेहत से खिलवाड़ न करें

  • यदि अंडरगारमेंट्स सही न हो तो उसके सेहत पर अत्यधिक दुष्प्रभाव पड़ते हैं. यह दुष्प्रभाव निम्नलिखित हैं:
  • टाइट पैंटी पहनने से लड़कियों में योनि रोग होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. खुजली, जलन व दाद खाज की परेशानी का भी यह बड़ा कारण हैं. दूसरी तरफ टाइट ब्रा से स्तनों का आकार बिगड़ जाता है साथ ही दर्द होना व खून जमना भी शुरू हो जाता है. यह कंधो पर परमानेंट निशान व गड्ढे बनाने लगता है. इन दोनों से ही त्वचा पर निशान पड़ने शुरू हो जाते हैं. यह रक्तस्त्राव को भी प्रभावित करता है.
  • ढीली या बड़े साइज की ब्रा से पीठ और कंधो में दर्द होने लगता है. यह आपके कम्फर्ट लेवल को भी खत्म करती है. गलत साइज की ब्रा ब्रैस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ाती है साथ ही यह ब्रैस्ट स्किन को डैमेज करती है और स्ट्रेच मार्क्स का भी कारण बनती है.
  • सिल्क या नायलौन के फैब्रिक की पैंटी यदि रोज पहनी जाए तो उससे मॉइस्चर बहार नहीं जाता जिससे यीस्ट और फंगल इन्फेक्शन हो सकता है.
  • थोंग या जीस्ट्रिंग पैंटी रोज पहनने से यूरिन इन्फेक्शन और वैजिनल इन्फेक्शन के खतरे बढ़ जाते हैं.
  • यदि अंडरगारमेंट्स का फैब्रिक मोटा है और वह आप भाग दौड़ के समय पहनते हैं तो घर्षण के कारण आपकी त्वचा कट और छील भी सकती है.

केयर भी है जरूरी

  • अपने अंडरगारमेंट्स को हमेशा हाथ से धोएं. बहुत हार्ड डिटर्जेंट का प्रयोग न करके फैब्रिक के अनुसार लाइट वाशिंग सप्लीमेंट्स का प्रयोग करें.
  • अंडरगारमेंट्स को ठीक से रखना भी महत्वपूर्ण है. अपनी लैस या वायर वाली ब्रा को हेंगर पर टांग कर रखें. पैंटी को ड्रावर में अच्छे से समेटकर रखें. यदि पैडेड ब्रा है तो उसे मोड़ मरोड़ कर न रखें.
  • हो सके तो पीरियड पैंटी और अन्य दिनों की पैंटी अलग अलग रखें.
  • ज्यादा से ज्यादा 6 महीने तक किसी अंडरगारमेंट का इस्तेमाल करें.

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