सैक्सी व अट्रैक्टिव फिगर की मलिका होना हर युवती की दिली ख्वाहिश होती है और उन का हक भी है. इस ख्वाहिश को पूरा करने के लिए युवतियों को हर मौके का फायदा उठाने को तैयार रहना चाहिए. जब से स्मार्टफोन का चलन बढ़ा है तब से युवतियों को अपनी सैक्सी फिगर दिखाने का एक नया औप्शन मिल गया है. हाथों में स्मार्टफोन थामे कम कपड़ों में अपने यौवन और गठीले बदन का प्रदर्शन करती ये युवतियां अपने बौयफ्रैंड व मित्रमंडली के साथ मौल, पार्कों, मैट्रो स्टेशनों और खंडहरों में सैल्फी लेती दिख जाएंगी. महानगरों से ले कर गांवों तक की युवतियों में सैल्फी लेने का शौक सिर चढ़ कर बोल रहा है.
बौयफ्रैंड के गालों से गाल सटाए, उस के गले में बांहें डाले ये युवतियां जम कर सैल्फी लेती हैं और इन्हें फेसबुक पर अपलोड कर उन्हें तब तक अपार खुशी का एहसास नहीं होता जब तक कि दोस्तों के लाइक व सैक्सी कमैंट्स नहीं मिल जाते. जैसे, ‘यार, शौर्ट्स में तो किसी हीरोइन जैसी दिख रही है’, ‘यार, अच्छा होता तू टौप पहनती ही नहीं,’ अरे, तू तो पटाखा लग रही है.’ आज की पीढ़ी ने मौडर्निज्म से जो कट्टरपंथी लबादा ओढ़ा था उतार दिया है. हां, कम कपड़ों में वे खतरों को दावत भी दे रही हैं. कम कपड़ों में सैल्फी लेने का शौक कई बार इन के लिए गले की फांस भी बन जाता है. तब इन्हें डर का एहसास होता है, पर तब तक काफी देर हो चुकी होती है.
रश्मि को अपने बौयफ्रैंड के साथ सैल्फी लेने का बहुत शौक था. जब भी वह रमेश के साथ किसी मौल या फूड कोर्ट में जाती तो वहां सैल्फी जरूर लेती. एक दिन रमेश ने उसे अपने घर बुलाया. घर पर रमेश के सिवा और कोई नहीं था. रश्मि ने उस दिन खासतौर से माइक्रो मिनी स्कर्ट पहनी थी, जिस में उस की खूबसूरत मांसल टांगें और यौवन झलक रहा था. रमेश ने उसे देखते ही बांहों में भर लिया. रश्मि को भी लगा जैसे उस की मुराद पूरी हो गई हो और फिर शुरू हुआ सैल्फी का सैशन. दोनों ने जम कर सैल्फी लीं और साथ के साथ उन्हें फेसबुक पर भी अपलोड कर दिया. इन सैल्फीज को उन के मित्रों द्वारा खूब लाइक मिले.