अच्छी खुशबू का हमारे जीवन में बहुत महत्व है. सुगंध आप को अच्छा रिफ्रेश फिल करवाती है और आपके मूड को भी बदल देती हैं. ‘एमबी प्योर’ के ‘स्मेली टू स्माइली’ इवेंट पर ब्रांड एम्बेसेडर बोमन इरानी ने कहा, ‘घर में खाना बनाने, गार्बेज, गीले कपड़ों आदि की वजह से ‘स्मेल्स’ होते हैं. आपका घर कितना भी आलीशान हो, अगर उसकी महक अच्छी न हो, तो घर में आने वाले ‘गेस्ट’ की धारणा आपके प्रति नकारात्मक हो जाती है. उन्हें लगता है कि आप घर का ध्यान नहीं रखते. यह जरुरी है कि आपके घर से खुशबू आती रहे, खासकर बंद कमरों, रसोईघर और वाशरूम में हमेशा अच्छी महक आवश्यक है.’

उन्होंने आगे बताया, ‘मुझे खराब स्मेल पसंद नहीं. मैं उससे परेशान हो जाता हूं. मैं यह मानता हूं कि साफ सफाई ही स्वस्थ शरीर का राज है. मैं एक खुशमिजाज इंसान हूं अगर उसमें ‘ह्यूमर’ नहीं तो मैं खुश नहीं.’ निर्माता, निर्देशक फरहा खान कहती है, ‘मेरा घर हमेशा साफ और सुगन्धित होना चाहिए, क्योंकि इससे मेरे बच्चे प्रभावित होते हैं.

इस अवसर पर एक्सपर्ट मैक्सिम दालेड बताते है कि हर दिन हम 23040 बार सांस लेते है और यह 438 घन फीट एरिया में घूमता है ऐसा करने में 5 सेकेण्ड लगते हैं. 2 सेकेण्ड सांस लेने में और 3 सेकेण्ड सांस छोड़ने में. उस समय अगर कोई गंध आसपास होती है तो उसके अणु हमारे इस प्रक्रिया में शामिल हो जाते हैं. जिससे हमें अच्छी और खराब महक का एहसास होता है. इसका हमारे मस्तिष्क पर सीधा पड़ता है. यही वजह है कि हमारे मूड में परिवर्तन दिखाई पड़ता है.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD48USD10
 
सब्सक्राइब करें

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
  • देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
  • 7000 से ज्यादा कहानियां
  • समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
 

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD100USD79
 
सब्सक्राइब करें

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं

  • सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
  • देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
  • 7000 से ज्यादा कहानियां
  • समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
  • 24 प्रिंट मैगजीन
और कहानियां पढ़ने के लिए क्लिक करें...