Sleeping With Open Mouth Disadvantages : कई लोगों को आदत होती है कि वो सोते समय अपना मुंह खुला रखते हैं. अगर आप भी इस लत के शिकार है, तो सावधान हो जाइए क्योंकि आपकी ये छोटी सी गलती कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती है. दरअसल, जो लोग सोते समय मुंह खोलकर सोते हैं, उन्हें स्लीप एपनिया होता है. इसमें शरीर में ब्लॉकेज और कंजेशन के कारण सोते समय व्यक्ति की सांस रूक जाती है. हालांकि ये जरूरी नहीं है कि जो लोग मुंह खोलकर सोते हैं, वह स्लीप एपनिया से ग्रसित हो ही. कई केसों में कुछ और बीमारी के कारण भी उन्हें ऐसी आदत हो जाती है.

इसके अलावा जब हम लेटते हैं तो ब्लड सर्कुलेशन के कारण हमारी नाक के अंदर खून भरने लगता है, जिसकी वह से नाक में सूजन और कसाव दोनों बनने लगता है. इससे व्यक्ति नाक से सांस नहीं ले पाता है, जिससे वह सोते समय मुंह से सांस लेनी की कोशिश करता है और उसका मुंह अपने आप खुल जाता है. अब जानते हैं कि व्यक्ति को मुंह (Sleeping With Open Mouth Disadvantages) से सांस लेने की समस्या क्यों होती है.

मुंह से सांस लेने के कारण

चिंता

आपको बता दें कि जो व्यक्ति हर छोटी-छोटी बात पर टेंशन लेता है. उसे मुंह से सांस लेने में परेशानी होने लगती है. दरअसल, जब हम किसी चीज के बारे में बहुत ज्यादा सोचते हैं या टेंशन लेते हैं, तो इससे बीपी बढ़ने लगता है. ऐसे में मनुष्य को सोते समय मुंह खोलने की आदत लग जाती है.

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