एक दौर था जब खेती के सभी काम हाथ से करने होते थे और उन कामों को निबटाने के लिए कईकई दिन लग जाते थे. लेकिन वही काम अब कृषि यंत्रों ने आसान कर दिए हैं. साथ ही मशीनों के इस्तेमाल से समय की भी बचत होती?है. इस सिलसिले में ‘फार्म एन फूड’ ने लुधियाना में स्थित अमर एग्रीकल्चर मशीनरी ग्रुप से कुछ जानकारी ली. अमर ग्रुप कृषि मशीनों के प्रमुख निर्माताओं में से?एक है. देशविदेश में भी इस की मशीनें निर्यात होती हैं. इस ग्रुप ने पिछली 3 पीढि़यों से इस उद्योग में अपनी जड़ें जमा रखी हैं. ये लोग बेहतरीन मशीनें बनाते हैं. राष्ट्रीय स्तर पर इन के 150 डीलर हैं, जो इन की बनाई कृषि से संबंधित तमाम तरह की मशीनें जैसे फसल कटाई मशीन, बोआई मशीन, थ्रैशर व हार्वेस्टर वगैरह बेचते हैं.

साल 1994 में अमर ग्रुप को उस की मशीनों की क्वालिटी के लिए भारत सरकार ने राष्ट्रीय पुरस्कार से नवाजा था.

इन के बनाए कृषि यंत्रों को किसानों में काफी पसंद किया जाता है, जिसे गेहूं, धान, जई, ज्वार, बाजरा जैसी फसलों की कटाई के लिए इस्तेमाल किया जाता?है. यह ग्रुप 2 प्रकार के रीपर बनाता है, जिन्हें किसान अपनी पहुंच के अनुसार खरीद सकते हैं.

स्वचालित रीपर 120 : इसे 1 आदमी द्वारा चलाया जाता है. यह फसल की जमीन से 3 से 4 इंच की ऊंचाई से कटाई करता है और लाइन में फसल कट कर गिरती जाती है. यह रीपर फसल की 120 सेंटीमीटर की चौड़ाई में कटाई करता?है. इसे डीजल इंजन के साथ जोड़ कर बनाया गया है. यह पैट्रोल इंजन के साथ भी मिलता है.

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