अखबार और मैट्रीमोनियल वेबसाइटों पर दिए जाने वाले आकर्षक विज्ञापनों को पढ़ कर कुछ महिलाएं इतनी प्रभावित हो जाती हैं कि वे विज्ञापन में दिए तथ्यों की छानबीन किए बिना ही शादी जैसा महत्त्वपूर्ण फैसला ले लेती हैं.
अखबार और मैट्रीमोनियल वेबसाइटों पर शादी के विज्ञापनों में दिए गए तथ्यों की जांच किए बिना ही कई लोग महत्त्वपूर्ण फैसला ले लेते हैं. जल्दबाजी में उठाए गए ऐसे कदमों की वजह से उन्हें जिंदगी भर पछताना भी पड़ जाता है. फरजी विज्ञापनों के जाल में फंस कर कई लोग ठगी का शिकार भी हो जाते हैं. जब तक उन्हें हकीकत पता चलती है तब तक उन का बहुत कुछ लुट चुका होता है. शादी के विज्ञापन के जरिए अनुष्का और शालिनी भी शातिर ठगों के जाल में ऐसी फंसीं कि उन्हें अपनी कमाई के लाखों रुपयों से हाथ धोना पड़ा.
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के गीतानगर की रहने वाली अनुष्का एक उच्चशिक्षित परिवार से ताल्लुक रखती थी. उस के यहां किसी चीज की कोई कमी नहीं थी, इसलिए उस का पालनपोषण बड़े ही नाजों में हुआ था. उस की पढ़ाईलिखाई भी अच्छे स्कूल, कालेज में हुई थी. उच्च शिक्षा पूरी करतेकरते अनुष्का जवान हो चुकी थी. तब पिता ने उस की शादी अपनी ही हैसियत वाले परिवार में कर दी. शादी के बाद अनुष्का पति के घर चली गई.
कहते हैं कि शादी के बाद लड़की के नए जीवन की शुरुआत अपने पति के संग होती है. वहां उसे ससुराल के मुताबिक ही खुद को ढालना होता है. अनुष्का ने भी ऐसा ही किया. अपने गृहस्थ जीवन से वह खुश थी. इसी बीच वह एक बेटी की मां बनी. बेटी के जन्म के बाद उस की खुशी और बढ़ गई. लेकिन उस की यह खुशी ज्यादा दिनों तक कायम नहीं रह सकी.