दुनिया के अलगअलग कोने में बैठे लोगों के दिलों के तार जोड़ने वाली ये सोशल नैटवर्किंग साइट्स कई बार दिल जोड़ने के साथसाथ दिल तोड़ने और किसी बड़ी मुसीबत का सबब भी बन जाती हैं. इसलिए ध्यान दें कि कहीं कोई आप को अपने प्रेमजाल या फिर प्यार की लुभावनी बातों में तो नहीं फंसा रहा है. सच तो यह है कि इन सोशल नैटवर्किंग साइट्स की दोस्ती बुरी नहीं है, लेकिन असली जिंदगी की तरह यहां भी सावधानी बरतने की जरूरत है. दरअसल, फेसबुक जैसी साइट्स पर दोस्त बनाने के चक्कर में लोग बिना सोचेसमझे फ्रैंड रिक्वैस्ट एक्सैप्ट कर लेते हैं. यहीं से खतरे की घंटी बजनी शुरू हो जाती है. यह दोस्ती कब प्यार में बदल जाती है पता ही नहीं चलता और इस दौरान लोग अपनी तसवीरों से ले कर निजी राय भी शेयर कर बैठते हैं, जो कई बार खतरनाक साबित होता है, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होती है इसलिए ऐसे लोगों से चौकस रहने की जरूरत है. आइए, जानें कैसे सावधानी बरत कर हम इन साइट्स का बेहतर लाभ उठा सकते हैं :
प्रेम में जरा संभल कर
ब्लाइंड ट्रस्ट न करें : विश्वास करना बुरी बात नहीं है. आखिर विश्वास से ही तो रिश्ते गहरे बनते हैं. लेकिन वह विश्वास इतना अंधा भी नहीं होना चाहिए कि आप हर चीज को जानतेबूझते इग्नोर करें. अगर साथी की किसी बात पर कोई शक हो रहा है तो उसे इग्नोर न करें बल्कि शक की तह तक जाएं और अच्छी तरह जांचपरख लें. कई बार शक बिलकुल सही निकलता है इसलिए आंखें खोल कर रिश्ते को आगे बढ़ाएं.
आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें
डिजिटल

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
- देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
- 7000 से ज्यादा कहानियां
- समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

सरिता सब्सक्रिप्शन से जुड़ेें और पाएं
- सरिता मैगजीन का सारा कंटेंट
- देश विदेश के राजनैतिक मुद्दे
- 7000 से ज्यादा कहानियां
- समाजिक समस्याओं पर चोट करते लेख
- 24 प्रिंट मैगजीन