हत्या अनेक ढंग से होती है,कभी कोई अपने परिजन की हत्या कर देता है, तो कभी कोई अपने प्रिय के लिए हत्या कर देता है. हत्या का मनोविज्ञान कुछ ऐसा है की इसे सार रूप में समझ पाना बेहद जटिल है. देश दुनिया में हत्या अर्थात मर्डर का अपराध अपने चरमोत्कर्ष पर है. आज हम आपको बताते हैं एक ऐसे मर्डर की कहानी जो बेहद छोटी सी बात पर हो गई, यह बात थी एक गुटके को लेकर सहकर्मी ने गुटका नहीं मिलने पर और असहनीय व्यवहार की परिणति हत्या करके कर दी. पुलिस 2 माह तक इस हत्याकांड की खुरद- बीन करती रही. अंततः अपराधी तक पहुंचने में कामयाब हुई. यह कहानी है छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र की. जहां बजरंग पावर प्लांट में हुए अंधे क़त्ल की गुत्थी को पुलिस के लिए एक पहेली बन गई थी. मृतक शुभम नायक की मौत के बाद पुलिस इस मामले की लगातार जांच पड़ताल कर रही थी. आखिरकार हत्या को अंजाम देने वाले युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.

सहकर्मी ही निकला हत्यारा

इस समय हत्या का पर्दाफाश होने के बाद जो तथ्य सामने आए हैं यह बेहद चौंकाने वाले रहे. जांच अधिकारी शरत चंद्रा बताते हैं, हत्या को अंजाम देने वाला कोई और नहीं बल्कि मृतक के साथ पावर प्लांट में मजदूरी करने वाला युवक ही कातिल निकला है.

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पुलिस ने आरोपी को पकड़कर रायपुर सेंट्रल जेल भेज दिया है. थाना प्रभारी शरद चंद्रा ने बताया कि घटना 12 अगस्त 2019 की है. घटनास्थल बजरंग पावर प्लांट टंडवा में शुभम नायक 21 वर्ष निवासी ग्राम निनवा जो कि बजरंग पावर प्लांट में मजदूरी का काम किया करता था जिसको प्लांट के स्टोरेज बिल्डिंग में घायल अवस्था में मिलने से संयंत्र के द्वारा इलाज हेतु मेकाहारा रायपुर ले जाया गया था. जहां डौक्टरों ने मृत घोषित कर दिया . पुलिस की जांच पड़ताल और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक की मौत का कारण हत्या होना बताया गया था. पुलिस के सामने एक अंधे कत्ल के रूप में यह प्रकरण चुनौती बनकर सामने था निरंतर विवेचना करने के पश्चात भी पुलिस को कोई सूत्र नहीं मिल रहा था कि आखिर हत्या का कारण क्या है और जब हत्यारा पकड़ में आया और उसने कारण बताए तो पुलिस ने भी आश्चर्य से दांतो तले उंगली दबा ली.

छोटी सी बात और कर की हत्या

पुलिस इस मामले की निरंतर जांच में सतत जुटी हुई थी. तिल्दा नेवरा में मृतक की हत्या के मामले में तहकीकात में लगी हुई थी. लगातार सघन जांच से कुछ तथ्य सामने आए. संयंत्र के संबंधित कर्मचारियों से एवं मृतक के परिजनों से पूछताछ की जा रही थी.

इस दौरान पूछताछ में मृतक शुभम नायक का घटना के कुछ दिन पहले ही ग्राम किरना निवासी भूपेंद्र मिर्झा जो की शुभम के साथ ही भी संयंत्र में काम करता था उसके साथ मृतक शुभम नायक का विवाद होने की जानकारी सामने आई. तत्पश्चात तिल्दा पुलिस हरकत में आ गई और भूपेंद्र मिर्झा की जानकारी में आए बिना संयंत्र से प्राप्त रिकार्ड को खंगाला गया. जिसमें जांच में पाया गया कि घटना दिनांक 12 अगस्त 2019 के बाद से भूपेंद्र मिर्झा कार्य पर उपस्थित नहीं हो रहा था. जिससे कि पुलिस के संदेह को और बल मिला. पुलिस भूपेंद्र की चुपचाप पतासाजी करती रही थी. जैसे ही पता चला कि आरोपी अपने घर में छुपा बैठा है.वैसे ही पलिस ने उसे पकड़ पूछताछ के लिए तलब किया.आरोपी पुलिस के सवालों से घबरा गया और बताया की घटना से पहले मृतक शुभम नायक से गुटका मांगने पर उसे बेइज्जत किया गया. इसके बाद दूसरी बार भी आरोपी का चार्जिंग में लगा मोबाइल निकाल कर शुभम नायक अपना मोबाइल चार्जिंग में लगा देता था. आरोपी द्वारा मना करने पर मृतक शुभम नायक ने आरोपी का मोबाइल पटक कर तोड़ भी दिया था  जिससे आरोपी भूपेंद्र को मृतक से नाराज था.इसके बाद भूपेन्द्र ने शुभम नायक से बदला लेने के लिए मौके की तलाश में रहने लगा और एक दिन जब मौका मिला तो मृतक के सिर पर लोहे की राड़ से हमला कर उसे मौत के घाट उतार दिया. हत्य़ा के बाद लोहे के प्लांट के बंकर क्रमांक 2 में साक्ष्य छुपा दिया. आरोपी भूपेंद्र के ने स्वीकार किया  कि वह मृतक को प्लांट में खुद अपने हाथ से मौत के घाट उतारा जिसे लोहे के राड को पुलिस ने जप्त कर लिया है.  आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और ज्यूडिशियल रिमांड हेतु माननीय न्यायालय जेएमएफसी तिल्दा के न्यायालय पेश किया गया. जिसके बाद न्यायालय के आदेश पर आरोपी को रायपुर भेज दिया गया.

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