‘रंगदारी टैक्स‘ जिसे पहले ‘गुंडा टैक्स‘ भी कहा जाता था, अब युवाओं में कमाई के जरिये के रूप में पनप रहा है. बिजनेसमैन कई बार डर के चलते चुपचाप इस तरह के अपराध का शिकार हो जाते है. कई बार जब मामले की पुलिस में शिकायत होती है और पुलिस पूरी मुस्तैदी से काम करती है, तो रंगदारी टैक्स की वसूली करने वाले बेनकाब होते हैं. वैसे तो अपराध की यह बीमारी पूरे देश में कमोबेश हर जगह फैली हुई है. जहां शासन व्यवस्था लचर है, वहां इसको फलने फूलने की ज्यादा जगह मिलती है.

अब स्कूल मालिक, डाक्टर और छोटे बिजनेस मैन भी इनका शिकार हो रहे हैं. रंगदारी टैक्स वूसल करने वाले लोग ज्यादातर संगठित अपराधियों की तरह काम करते हैं. कई बार युवा पैसे कमाने के लिये इस तरह की धमकी देकर अपने शौक पूरा करने के लिये लोगो को फोन पर धमकाते हैं. ज्यादातर मामलों में लोग धमकी के बाद ‘रंगदारी टैक्स’ देकर छुटकारा पाने की कोशिश करते हैं, जिससे अपराधियों का हौसला बढ़ता है.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के बक्शी का तालाब तहसील में एसआर इंजीनियरिंग कालेज है. एसआर ग्रुप शिक्षा के क्षेत्र में बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है. इसके मालिक पवन सिंह चौहान को मोबाइल पर मैसेज भेजा गया कि ‘अगर अपना स्कूल बचाना चाहते हो तो 2 करोड का इंतजाम कर लो नहीं तो ऐसा धमाका होगा कि स्कूल के टुकड़े टुकड़े हो जायेंगे‘ इसके कुछ समय के बाद एक युवक ने स्कूल परिसर में घुस कर पवन सिह चौहान को धमकाने का काम किया. इसके पहले की उसको पकड़ा जाता, वह भागने में सफल हो गया.

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