बातबात में कट्टर हिंदूवादियों और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बिफरती रहने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अब अपेक्षाकृत शांत हैं. जो दिल्ली और बिहार में हुआ था वह उत्तर प्रदेश में नहीं दोहराया गया तो उन के सपनों में भी अब सब से बड़ी कुरसी का आना बंद हो गया है. उन्होंने अब सारा ध्यान मौजूदा कुरसी को बचाए रखने में लगा दिया है.

चिंता की नई बात आरएसएस का वह प्लान है जिस के तहत उस ने बंगाल के गांवगांव में जा कर लोगों को यह बताने का बीड़ा उठा लिया है कि वामपंथदामपंथ से कुछ नहीं होने वाला. अब वक्त आ गया है कि बंगाल के लोग, जो तिरंगे की आन, बान व शान को औरों से बेहतर समझते हैं, वैचारिक गुलामी से बाहर निकलें और राष्ट्रवाद का नारा बुलंद करते वंदेमातरम को ढाका होते हुए इसलामाबाद तक पहुंचाएं. 

 

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