मेरी उम्र 30 वर्ष है. मेरा विवाह हुए 1 वर्ष हो चुका है. समस्या यह है कि सहवास के दौरान मेरी योनि में सूखापन रहता है जिस की वजह से मैं सैक्स संबंधों को एंजौय नहीं कर पाती हूं, परेशानी अलग होती है. क्या उस दौरान मैं औयल का प्रयोग कर सकती हूं? क्या योनि के सूखेपन के चलते ही मुझे गर्भधारण में समस्या आ रही है?

योनि के सूखेपन के कई कारण हो सकते हैं जिन में सहवास से पहले फोरप्ले का अभाव व आप का इस्ट्रोजन लैवल भी हो सकता है. इस्ट्रोजन फीमेल हार्मोन होता है जो वैजाइनल ल्यूजिकेन को संतुलित रखता है. वैजाइनल रूखेपन के कारण खुजली व दर्दभरा सहवास हो सकता है. अगर योनि का रूखापन आप की सैक्स लाइफ व पार्टनर के साथ रिश्ते को प्रभावित कर रहा है तो किसी गाइनोकोलौजिस्ट से मिलें. जहां तक योनि के रूखेपन के कारण गर्भधारण न करने की बात है तो उस का गर्भधारण से कोई लेनादेना नहीं है. हां, इस की वजह से सहवास में समस्या आती है, जो अप्रत्यक्ष रूप से गर्भधारण न कर पाने का कारण हो सकता है.

मैं विवाहित महिला हूं. 5 वर्ष पहले हमारी लवमैरिज हुई थी. हमारा 4 साल का बेटा है. पहले मेरी मां हमारे विवाह के लिए तैयार नहीं थीं क्योंकि मेरे पति का रिश्ता एक जगह से टूट चुका था, दूसरे, मेरी मां को लगता था कि मेरे पति अच्छे व्यक्ति नहीं हैं. लेकिन अब जब हमारा विवाह हो गया है तो मां ने इन्हें अपना लिया है. लेकिन मेरी सास ने मेरे पति के मन में बहुत सी गलत बातें भर दी हैं जिन की वजह से मेरे पति मेरे परिवार वालों को दिल से नहीं अपना रहे. मेरे समझाने पर भी ये मानने को तैयार नहीं हैं. मेरे परिवार वाले इन के प्रति सारे फर्ज निभाते हैं. ये पिछले 6 महीने से मेरे मायके भी नहीं गए हैं. मेरे घर वालों को इन का यह व्यवहार दुखी करता है लेकिन इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता. अब मैं ने इन से मेरे घर जाने या मेरे परिवार वालों से बात करने के लिए कहना भी छोड़ दिया है. पिछले 1 महीने से मैं इन से ज्यादा बात भी नहीं करती, सिर्फ काम की बात करती हूं. पर इन पर इस का भी कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. मैं क्या करूं कि सबकुछ सामान्य हो जाए?

आप के पति शायद अपने मन में आप की मां की पुरानी सोच को बिठाए हैं, ऊपर से रहीसही कसर आप की सास ने पूरी कर दी है. उन के मन में आप के परिवार वालों के प्रति गलत बात बैठा कर. दरअसल, ये रिश्ते बहुत नाजुक होते हैं. जरा सी गलतफहमी इन में दूरियां पैदा कर देती है. आप पति से बात करना हरगिज न छोड़ें, इस से आप के प्रति भी उन के मन में नकारात्मक भाव जन्म लेंगे. जहां तक आप के मायके वालों के साथ उन की दूरी की समस्या है वह धीरेधीरे अपनेआप ही दूर होगी. आप इस बात को मुद्दा न बनाएं. वह आप को वहां जाने से मना नहीं करते, इसी से पता चलता है कि वे थोड़ा नाराज हैं, समय के साथ वह नाराजगी भी दूर हो जाएगी. आप धैर्य से काम लें.

मैं एक लड़के से बहुत प्यार करती हूं. वह भी मुझ से प्यार करता है. लेकिन कुछ दिनों से किन्हीं गलतफहमियों के चलते वह मुझ से बात नहीं कर रहा है. उस को लगता है कि मेरा किसी और के साथ अफेयर चल रहा है. एक बार उस ने मेरे मोबाइल में कुछ गलत मैसेज पढ़ लिए थे जो गलती से आ गए थे. उस का कहना है कि अब हमारे बीच में कुछ भी नहीं है. मैं क्या करूं? उसे कैसे समझाऊं?

अगर आप अपनी जगह सही हैं तो उसे एक बार समझाने की कोशिश करें. उस से कहें कि कई बार ऐसा गलती से भी हो जाता है. उसे विश्वास दिलाने की कोशिश करें लेकिन फिर भी वह न माने तो उस तरफ से अपना ध्यान हटा लें क्योंकि जिसे आप पर अभी से विश्वास नहीं है वह आगे चल कर भी आप के लिए समस्याएं खड़ी करेगा.

मैं 37 वर्षीय कामकाजी महिला हूं व सरकारी विभाग में कार्यरत हूं. इस समय मेरा वेतन 40 हजार रुपए प्रतिमाह है. समस्या पति को ले कर है. वे बहुत अहं व गुस्से वाले हैं. विवाह को 13 वर्ष हो चुके हैं. मैं ने अपने प्यार से उन्हें बदलने की बहुत कोशिश की लेकिन उन्हें जब भी गुस्सा आता है वे खुद पर काबू नहीं रख पाते और मुझ पर हाथ भी उठा देते हैं, गालीगलौज करने लगते हैं जिस के चलते मेरा 6 वर्षीय बेटा भी गालियां देना सीख गया है. मैं शुरू से अपना सारा वेतन उन्हें देती आई हूं. कुछ समय से मैं ने अपने पर्सनल खर्चे के लिए पैसे मांगने शुरू किए हैं. इस बार मैं ने 5 हजार रुपए की जगह 7 हजार रुपए मांगे. उन्होंने दे तो दिए पर गुस्से में रहे. वे मुझ से एकएक पैसे का हिसाब मांगते हैं. घर का सारा काम करने व अपना वेतन देने के बावजूद मुझे वह सम्मान नहीं मिलता जिस की मैं आशा करती हूं. कई बार मुझे लगता है अकेले रहना ही इस समस्या का समाधान है. मैं अपनी मरजी से पैसे भी नहीं खर्च कर सकती. मैं बहुत परेशान हूं, क्या करूं?

आप की सारी बातों से लगता है कि आप के पति के मन में हीन भावना है. आप के अच्छे वेतन और नौकरी से शायद वे ईर्ष्या करते हैं इसलिए वे आप के साथ ऐसा व्यवहार करते हैं, आप पर अधिकार जमाते हैं और हावी होने की कोशिश करते हैं ताकि आप आत्मनिर्भर होते हुए भी उन पर निर्भर रहें व उन के अधीन रहें. आप उन से बिना डरे खुल कर बात करें. उन्हें अपना वेतन न देने और अलग रहने की धमकी दें. उन्हें समझाएं कि रिश्ते आपसी समझबूझ से चलते हैं न कि धौंस और जबरदस्ती से. आप का निडर होना ही आप की समस्या का हल होगा. आप जितना डरेंगी, वे उतना आप पर हावी होंगे.

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