मैं 32 वर्षीय विवाहित हूं. सेना में नौकरी करता हूं. विवाह को 5 साल हो गए हैं. विवाह के समय से ही पत्नी का व्यवहार मेरे प्रति ठीक नहीं था लेकिन मैं ने उसे अनदेखा किया. पिछले दिनों पत्नी ने बताया कि विवाह से पूर्व उस के एक शादीशुदा युवक के साथ शारीरिक संबंध थे. मुझे यह जान कर बहुत दुख हुआ. पत्नी ने मेरा विश्वास तोड़ा है. क्या मैं पत्नी से तलाक ले लूं या उस की ही तरह कहीं और रिश्ता बना लूं?
पत्नी से इस बारे में बात की तो उस ने वादा किया कि आगे से ऐसा नहीं होगा. मैं बहुत तनावग्रस्त रहने लगा हूं आप ही बताइए, मैं क्या करूं?
जब 2 लोग विवाह के बंधन में बंध जाते हैं तो विवाह से पूर्व की बातों को ले कर वर्तमान में वैवाहिक संबंधों में कड़वाहट लाना कोई समझदारी वाली बात नहीं है. आप ने विवाह अपनी मरजी से किया था, किसी ने आप के साथ जबरदस्ती नहीं की थी. इसलिए पुरानी बातों को भूल कर वर्तमान के अपने पतिपत्नी के रिश्ते को महत्त्व दीजिए और पत्नी पर विश्वास बनाए रख कर इस मजबूत बंधन को आगे बढ़ाइए. जहां तक तलाक की बात है, तलाक आसान नहीं होता, इस से घरपरिवार की पूरी नींव हिल जाती है.
मैं 30 वर्षीय युवक हूं. मेरे विवाह को 8 महीने हुए हैं. मैं और मेरी पत्नी एकदूसरे से बहुत प्यार करते हैं पर पता नहीं क्यों, जब भी पत्नी मायके जाती है, हम दोनों का एकदूसरे के प्रति प्यार और आकर्षण कम हो जाता है. ऐसा क्यों होता है? हम दोनों के बीच प्यार और आकर्षण बना रहे, इस के लिए हम क्या करें?
आप अपनी पत्नी को ले कर कुछ ज्यादा ही पजेसिव हैं और हर वक्त उसे अपने आसपास ही चाहते हैं. आप इसी को आपसी प्यार और आकर्षण का आधार मानने की भूल कर रहे हैं. दरअसल, पतिपत्नी का संबंध और उन के बीच का प्यार लगातार चलने वाली प्रक्रिया है, इसे दूरियों की सीमाओं में न बांधें. पत्नी हमेशा साथ रहेगी तो प्यार व आकर्षण कायम रहेगा, आप का ऐसा सोचना गलत है.
दूर रह कर भी आपसी प्यार व आकर्षण को कायम रखा जा सकता है. आज के तकनीकी दौर में मैसेजिंग द्वारा, औनलाइन चैटिंग द्वारा, सरप्राइज गिफ्ट भिजवा कर भी प्यार व आकर्षण बढ़ाया जा सकता है.
मैं 32 वर्षीय विवाहित महिला हूं. विवाह को 5 वर्ष हुए हैं. समस्या यह है कि पति को आजकल पौर्न साइट्स देखने की लत लग गई है और मुझे भी साथ देखने को कहते हैं. मुझे यह सब बिलकुल अच्छा नहीं लगता. मैं क्या करूं?
पति को अगर पौर्न साइट्स देखना अच्छा लगता है तो इस में समस्या कहां है और जहां तक पति द्वारा आप को पौर्न साइट्स देखने के लिए कहने की बात है तो उस में भी कोई बुराई नहीं है. हो सकता है वे आप दोनों के यौनसंबंधों में कुछ नयापन चाहते हों और इसी चाहत से आप को पौर्न साइट्स साथ बैठ कर देखने के लिए कहते हों. पौर्न साइट्स को हौवा न मानें.
आजकल तो हैल्थ एक्सपर्ट भी स्वस्थ यौन संबंधों के लिए पौर्न साइट्स को देखने की सलाह देते हैं ताकि यौन संबंधों में नयापन लाया जा सके व व्यस्त लाइफस्टाइल के बीच सैक्स संबंधों में नीरसता न आने पाए. इसलिए पति के मूड के हिसाब से पौर्न साइट्स देखने में कोई बुराई न समझें और उन अंतरंग पलों को एंजौय करें.
मैं 18 वर्षीय लड़की हूं. समस्या यह है कि मेरा बौयफ्रैंड आजकल मुझे इग्नोर कर रहा है. मेरी हर बात पर गुस्सा करता है, मुझ में कोई रुचि नहीं दिखाता. मुझे उस का यह बदला व्यवहार बहुत परेशान कर रहा है. मुझे समझ नहीं आ रहा है कि मैं क्या करूं?
यह उम्र बदलाव की है, इस उम्र में पसंदनापसंद बहुत जल्दी बदलती है. ऐसे में आप के बौयफ्रैंड का आप को इग्नोर करना या आप में रुचि न दिखाना स्वाभाविक है. इसलिए बौयफ्रैंड के बदले व्यवहार को ले कर परेशान न हों.
अगर आप कोई नया बौयफ्रैंड भी बनाएंगी तो उस का भी व्यवहार हो सकता है आप के प्रति कुछ समय बाद बदल जाए, क्योंकि इस उम्र में नएपन व बदलाव की चाहत रहती है. इसलिए, इस बात को ज्यादा महत्त्व न दे कर अपने कैरियर की ओर ध्यान दें.
मैं 28 वर्षीय युवक हूं. पिछले दिनों मेरी सगाई हुई है. समस्या यह है कि मुझे एक अनजान नंबर से एसएमएस आ रहे हैं जिस में कोई मेरी मंगेतर के बारे में गलत बातें लिख रहा है. मैं बहुत दुविधा में हूं. समझ नहीं आ रहा है, क्या करूं? क्या मंगेतर के साथ रिश्ता तोड़ दूं या इस बारे में पहले मंगेतर से खुल कर बात करूं?
किसी भी ऐरेगैरे के मैसेज पर भरोसा कर के मंगेतर पर शक न करें. रिश्तों की शुरुआत में शक का बीज आप के विवाह की इमारत को कमजोर कर सकता है. हो सकता है मैसेज करने वाला कोई ऐसा हो जो आप की मंगेतर को बदनाम करने की नीयत रखता हो और आप के साथ उस का विवाह न होने देना चाहता हो. इसलिए इन मैसेजेज पर ध्यान न दें. ध्यान रहे, मंगेतर से इस बारे में हरगिज बात न करें.
विवाह जैसे मधुर बंधन की शुरुआत शक के बीज की कड़वाहट से न करें. नए रिश्ते को शक के बजाय प्यार और विश्वास के आधार पर बनाएं और रिश्ता तोड़ने का खयाल दिमाग से बिलकुल निकाल दें. विवाह जैसे संबंध आसानी से नहीं जुड़ते ऐसे में बंधन जुड़ने से पहले उस में शक के बीज का समावेश न करें.