आपको पैसा जमा करना है तो आप दो ही जगहों पर जाएंगे, बैंक या पोस्ट औफिस. इन जगहों पर लोगों का पैसा सुरक्षित रहता है और लोग भी चिंता मुक्त रहते हैं. अब दिल्ली उच्च न्यायालय ने बैंक में जमा पैसे से जुड़े एक सवाल पर केंद्र सरकार से जवाब मांगा है. न्यायालय ने केंद्र से पूछा कि अगर कोई बैंक विफल हो जाता है तो ऐसी स्थिति में उन ग्राहकों की सुरक्षा के लिए क्या उपाय हैं. लोग अक्सर इस बात का जवाब तलाशते हैं कि उनका पैसा कहां ज्यादा सुरक्षित है, बैंक में या पोस्ट औफिस में? हम आपके इस सवाल का जवाब.

पोस्ट औफिस में कितना सुरक्षित है आपका पैसा

गांवों में पैसों को जमा करने के लिए लोग बैंक से ज्यादा भरोसा पोस्ट औफिस पर करते हैं. एक तरह से देखें तो गांव में लोग पोस्ट औफिस को पैसा जमा करने का एक पारंपरिक जरिया मानते हैं. कारण है उसकी पहुंच और इतने सालों से उसपर लोगों का भरोसा. आपने बैंको के दिवालियापन के बारे में हजारों कहानियां पढ़ी होंगी पर ये कभी नहीं सुना होगा कि किसी पोस्ट औफिस ने खुद को दिवालिया घोषित किया है. दरअसल पोस्ट औफिस में जमा एक एक पैसे की गारंटी सरकार लेती है. इसे सौवरेन गारंटी भी कहते हैं. इसका मतलब ये है कि अगर पोस्ट औफिस किसी ग्राहक का पैसा चुका पाने में असमर्थ है तो सरकार उस पैसों की गारंटी लेती है. यही कारण है कि पोस्ट औफिस में आपका पैसा हमेशा सुरक्षित रहता है.

बैंको में कितना सुरक्षित है आपका पैसा

बैंको में जमा एक लाख रूपये की गारंटी सरकार लेती है. इसके बाद के पैसों पर पर सरकार किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं देती. डिपौजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कौरपोरेशन (DICGC) बैंक में जमा पैसों पर सिर्फ एक लाख रुपये की गारंटी देता है और यही नियम सभी बैंको के लिए लागू होता है. इस राशि में मूल धन और ब्याज भी शामिल है. इसका मतलब ये है कि अगर आपके खाते में 10 लाख रूपये हैं तो उसमें सिर्फ 1 लाख रूपये पर सरकारी सुरक्षा मिलती है. बाकि राशि पर कोई सुरक्षा नहीं है. ऐसे में अगर बैंक डिफाल्टर घोषित होता है तो आपके 9 लाख रूपये का कोई माई बाप नहीं है.

अगर आपका एक बैंक की कई ब्रांच में अकाउंट हैं और उनमें भी अलग अलग रकम जमा है तो भी आपका केवल एक लाख रुपये सुरक्षित माना जाएगा. वहीं अगर अलग अलग बैंकों में अकाउंट है तो हर बैंक में आपका एक लाख रुपये सुरक्षित होगा.

क्यों नहीं लेती सरकार बैंक में जमा पूरे पैसों की गारंटी

आप यह सोच रहे होंगे की बैंक में सिर्फ एक लाख की गारंटी और पोस्ट औफिस के पूरे पैसे की गारंटी क्यों है? असल में सरकार पोस्ट औफिस में जमा पैसों का इस्तेमाल सरकारी योजनाओं के लिए भी करती है. इसलिए इन पैसे पर गारंटी सरकार देती है. वहीं बैंकों में जमा पैसा सरकार इस्तेमाल नहीं करती. इस पैसे को बैंक अपना बिजनेस बढ़ाने के लिए प्रयोग करते हैं. इन्हीं पैसों से आम लोगों या कौरपोरेट को लोन दिया जाता है.

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