टैक्स बचाने के चक्कर में लोग न जानें क्या क्या करते हैं. कई लोग तो इसके लिए गैर-कानूनी काम तक करने को तैयार हो जाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आज कई ऐसे भी रास्ते मौजूद हैं जिनका इस्तेमाल करके आप कानून के दायरे में रहकर भी टैक्स बचा सकते हैं.
टैक्स बचाने के इन तरीकों को अगर अपनाया जाए तो निश्चित रूप से आपको भविष्य में इसका फायदा अवश्य होगा. दरअसल आज हम आपको कुछ ऐसे प्लान के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं जिनमें निवेश करने पर टैक्स की छूट तो मिलेती ही है पर इसके साथ ही आपको अच्छा-खासा रिटर्न भी मिल जाता है.
कर्मचारी भविष्य निधि ( ईपीएफ)
ईपीएफ वेतनभोगी कर्मचारियों की लिए ऐसा फंड है जो उन्हें रिटायरमेंट के बाद उनके भविष्य के लिए दिया जाता है. यह पैसा उनकी ही सैलरी से काट कर जमा किया जाता है. इसकी खास बात यह है कि ईपीएफ पर ब्याज हर साल तय किया जाता है.
पीपीएफ
पोस्ट आफिसों की ओर से चलाई जा रही इस योजना में जमा रकम को 15 साल के बाद ही निकाला जा सकता है. इसके तहत कम से कम 500 और अधिकम 1.5 लाख रुपए जमा कर सकते हैं. इस स्कीम का फायदा यह है कि इसमें भी ब्याज रिटर्न के साथ ही मिलता है साथ ही टैक्स बचाने में भी लाभ मिलता है. इसके तहत 80 सी के तहत आयकर में छूट मिलती है. इसके साथ ही इसमें कमाए ब्याज पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ता है.
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी)
यह बचत योजना भारत सरकार की है. इसे डाक घरों से लिया जाता है. इसे एफडी से भी ज्यादा सुरक्षित निवेश माना जाता है. एनएससी में ब्याज प्रिंसिपल के साथ मैच्युरिटी पर भी मिलता है. एनएससी पर ब्याज 8 प्रतिशत फीसदी सालाना वह भी चक्रवृद्धि ब्याज के साथ मिलता है. इसमें टीडीएस भी तहत ब्याज राशि पर नहीं काटा जाता.