मेट्रो का सफर करने वाले यात्रियों को जेब और ढीली करनी पड़ेगी. पहले फेज के बाद दूसरे फेज में किराया बढ़ाने की तैयारी चल रही है. अभी तक मेट्रो में सफर करने का न्यूनतम 10 रुपए जबकि अधिकतम 50 रुपए देने पड़ते हैं. अब इसपर विचार किया जा रहा है.

इससे पहले दिल्ली मेट्रो रेल कौरपोरेशन (डीएमआरसी) मई में किराया बढ़ा चुका है. मई में बढ़े किराए के बाद डीएमआरसी के आंकड़ों से पता चलता है कि मेट्रो से सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में कमी आई है. अब डीएमआरसी दूसरे फेज में फिर से किराया बढ़ाने जा रहा है.

क्या होगा किराया

बढ़े हुए किराए की नई दरें 1 अक्टूबर से लागू हो जाएंगी. अब मेट्रो से सफर करने पर 2 किमी तक के लिए 10 रुपये, 2 से 5 तक के लिए 15 की जगह 20 रुपयें, 5 से 12 तक के लिए 20 की जगह 30 रुपये, 12 से 21 तक के लिए 30 की जगह 40 रुपये 21 से 32 तक के लिए 40 की जगह 50 रुपये और 32 किमी से अधिक के सफर के लिए 50 की जगह 60 रुपये देने होंगे.

एक सर्वे में सामने आया है कि बढ़े हुए किराए के कारण ज्यादातर यात्री मेट्रो की बजाए बस से जाना पसंद कर रहे हैं. जिन लोगों की सेलरी 10 से 30 हजार रुपए प्रतिमाह वे बस से जाना पसंद कर रहे हैं. जबकि 50 हजार रुपये प्रतिमाह कमाने वाले लोग कम ही मेट्रो में सफर करते हैं.

दरअसल, बीते दस मई को मेट्रो का किराया बढ़ाया गया था. इसके बाद मेट्रो में रोजाना करीब 1.50 लाख यात्री कम हो गये थे. मेट्रो मुसाफिरों ने डीटीसी का रूख किया. इससे मई में डीटीसी में अप्रैल महीने की तुलना में करीब एक लाख यात्री बढ़ गये. यह इजाफा डीटीसी की सर्विस खराब होने के बावजूद हुआ. बसों की संख्या के पर्याप्त न होने व टाइम टेबल खराब होने से यात्री डीटीसी के साथ रूके नहीं. अगले ही माह जून 2017 में फिर डीटीसी यात्रियों की संख्या घटकर अप्रैल जितनी हो ही गयी.

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