शेयर बाजार में तेजी बरकरार है. जुलाई में मिडकैप ने जो ऊंचाई पकड़ी है वह ढाईतीन साल बाद देखने को मिली है. घरेलू स्तर पर अच्छे प्रवाह तथा सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने के बाद से बाजार का मूड तेजी से बदला और नैशनल स्टौक एक्सचेंज 9,000 अंक की तरफ बढ़ रहा है. बौंबे स्टौक एक्सचेंज का सूचकांक 28,000 अंक को पार कर चुका है. बाजार में तेजी का सिलसिला लगभग पूरे जुलाई माह में देखने को मिला. जुलाई 11 को सूचकांक 11 माह के शीर्ष स्तर पर पहुंचा और उस ने 500 अंक की उछाल भरी. जुलाई 25 को नैशनल स्टौक एक्सचेंज 15 माह के शीर्ष पर पहुंचा. पूरे माह के दौरान सूचकांक में कई बार अच्छी तेजी देखने को मिली.

इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी नोमूरा की रिपोर्ट आई है जिस में कहा गया है कि वर्तमान में भारत दुनिया में सब से तेजी से बदल रहा है और उस का बाजार प्रभावी तरीके से उभर रहा है. इस का कारण अर्थव्यवस्था की मजबूती के लिए लंबी अवधि की कई महत्त्वपूर्ण योजनाएं हैं. उस के शोधकर्ताओं का कहना है कि भारतीय अर्थव्यवस्था को जो दीर्घकालिक आधार दिया जा रहा है उस से अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और जीडीपी बढ़ेगा.

नोमूरा का अनुमान है कि 2017 में भारत का जीडीपी 8 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा. वर्ष 2015 में यह 7.3 प्रतिशत था और इस बार इस के 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है.

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