शेयर बाजार के लिए मई का आखिरी और जून का शुरुआती सप्ताह उत्साहवर्द्धक रहा. जून की शुरुआत में बाजार लगातार दूसरे सप्ताह तेजी पर रहा. अर्थव्यवस्था के प्रति वैश्विक परिदृश्य की अभिव्यक्ति से बाजार में रौनक बनी रही और 7 माह बाद बौंबे स्टौक एक्सचेंज यानी बीएसई का सूचकांक पहली बार 27,000 अंक के पार पहुंचा. रुपया भी मजबूत स्थिति में है.
लंबे समय बाद बाजार लगातार 5 दिनों तक तेजी पर रहा और 4 हफ्तों के उच्चतम स्तर पर पहुंचा है. अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल भी लंबे समय बाद 50 डौलर प्रति बैरल की दर को पार कर गया है. इस से बाजार में विश्वास बढ़ा है. इस से पहले तेल के दाम में लगातार गिरावट और वैश्विक अर्थव्यवस्था के कमजोर होने की आशंका से बाजार में खलबली का माहौल था.
अब कंपनियों के वित्त वर्ष की पहली तिमाही के परिणाम भी आने शुरू होंगे. सूचना तकनीकी कंपनी इन्फोसिस का पहली तिमाही में लाभ कम रहने की संभावना है जिस का असर बाजार में देखने को मिल रहा है. इस वजह से बाजार में जारी तेजी को ब्रेक लगा है. इस के बावजूद शेयर बाजार में तेजी के संकेत हैं.