विमुद्रीकरण के बाद से देश में कैशलेस लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए सरकार के साथ ही बैंक और कई कंपनियां भी तेजी से काम कर रहा हैं. एसबीआई जल्द ही बिना इंटरनेट के फोन पर चलने वाला वॉलेट लाने की तैयारी कर रहा है.

नोट बैन के बाद देश को कैशलेस बनाने के लिए बिना इंटरनेट वाले बेसिक फोन पर मोबाइल बैंकिंग एक बड़ी कामयाबी होगी. देश में 90 करोड़ मोबाइल फोन मौजूद हैं, लेकिन इसमें 60 से 65 करोड़ बेसिक फीचर फोन हैं, जबिक शेष स्मार्टफोन हैं.  

इन बेसिक हैंडसेट से बैंकिंग की शुरुआत से नकदी रहित लेन-देन तेज हो सकेगा.

यह चैनल बैंकिंग के लिए बैंकिंग संदेश पहुंचाने का काम करता है. जिसके बाद ही मोबाइल से बैंकिंग संभव है. दरअसल अभी यूएसएसडी (अनस्ट्रक्चर्ड सप्लीमेंटरी सर्विस डाटा) चैनल के जरिए भी मोबाइल बैंकिंग कर सकते हैं, लेकिन इसका विस्तार कर इसे बेसिक फीचर फोन के लिए तैयार किया जा रहा है.

स्टेट बैंक की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य ने कहा कि 15 दिसंबर तक वॉलेट की सुविधा लोगों को मिलने लगेगी. इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक लेन-देन का आधार तेजी से बढ़ेगा. हालांकि वॉलेट का नाम तय नहीं है. 13 भाषाओं में स्टेट बैंक का बडी वॉलेट उपलब्ध है. 60-65 करोड़ फीचर फोन हैं, जिनपर इंटरनेट नहीं चल सकता. इसलिए ये योजना काफी कारगर साबित होगी.

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