अगर आप प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) में निवेश की प्लानिंग कर रहे हैं तो जीवन बीमा क्षेत्र की कंपनी एसबीआई लाइफ (SBI Life) विकल्प के तौर पर आ चुकी है. एसबीआई लाइफ 20 सितंबर यानी आज आईपीओ के साथ पूंजी बाजार में उतर चुकी है.

आईपीओ के जरिए कंपनी को 8,400 करोड़ रुपये जुटाये जाने की उम्मीद है. आईपीओ का प्राइस बैंड 685-700 रुपये प्रति इक्विटी शेयर निर्धारित किया गया है. प्रवर्तकों द्वारा कुल 12 करोड़ शेयरों की ब्रिकी की जाएगी. इसके बाद भारतीय स्टेट बैंक की हिस्सेदारी इसमें 70 प्रतिशत से घटकर 62.1 प्रतिशत, कार्डिफ की हिस्सेदारी 26 से 22 प्रतिशत और केकेआर एंड कंपनी तथा सिंगापुर की टेमसेक होल्डिंग्स की हिस्सेदारी 3.9 प्रतिशत रह जाएगी.

एसबीआई लाइफ के अध्यक्ष (परिचालन, आईटी और अंतर्राष्ट्रीय कारोबार) आनंद पेजवर ने कहा, ‘हमें नये कारोबार के प्रीमियम में मौजूदा 39 प्रतिशत की वृद्धि दर जारी रहने की उम्मीद है.’ देशभर में स्टेट बैंक की 24,000 शाखाएं हैं जो कि एसबीआई लाइफ के उत्पादों का वितरण करतीं हैं. इनमें से 30 प्रतिशत शाखाओं को सक्रिय शाखा के तौर चिन्हित किया गया है. बैंक की ऐसी शाखाएं जो नये बीमा व्यावसाय के मामले में न्यूनतम बेंचमार्क को हासिल कर लेती हैं उन्हें सक्रिय शाखा की श्रेणी में रखा जाता है.

एसबीआई लाइफ, भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) तथा बीएनपी परिबा कार्डिक का संयुक्त उद्यम है. आईपीओ में एसबीआई अपनी 8 प्रतिशत हिस्सेदारी और कार्डिफ अपनी 4 प्रतिशत हिस्सेदारी की ब्रिकी करेगा.

वहीं, गैर-जीवन बीमा कंपनी आईसीआईसीआई लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस कंपनी के आईपीओ को बोली के दूसरे दिन 98 प्रतिशत अभिदान मिला. आईपीओ के जरिए बीमा कंपनी को 5,700 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है.

नेशनल स्टौक एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक, कुल 6,16,66,740 शेयरों के मुकाबले 6,01,7,028 शेयरों के लिए बोली प्राप्त हुयी. योग्य संस्थागत खरीदारों की श्रेणी में 2.37 गुना, गैर संस्थागत निवेशकों की श्रेणी में 10 प्रतिशत, खुदरा श्रेणी में 62 प्रतिशत का अभिदान मिला.

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