देश की सबसे बड़ी वॉलेट कंपनी पेटीएम ने अपने वॉलेट के जरिये कैशलेस पेमेंट सॉल्यूशंस ऑफर करने के लिए देश भर में कई पार्किंग मैनेजमेंट कंपनियों से समझौता किया है. पेटीएम अपने वॉलेट के जरिये कैशलेस लेनदेन बढ़ाने के लिए लगातार कोशिश कर रही है. यह कदम भी इसी कड़ी का हिस्सा है. यहां वह ऑफलाइन मार्केट को टारगेट कर रही है.

पेटीएम 500 से अधिक पार्किंग लॉट से इसके लिए एग्रीमेंट कर चुकी है. इसमें एसए पार्किंग, सिक्योर और डीएपीएस जैसे मर्चेंट्स शामिल हैं. कुछ पार्किंग लॉट में यह सर्विस शुरू भी हो गई है. इसके तहत पार्किंग लॉट यूजर्स को उनके पेटीएम वॉलेट के जरिये क्यूआर कोड और बारकोड स्कैनर्स के इस्तेमाल से पेमेंट की सुविधा देंगे.

इस बारे में पेटीएम के वाइस प्रेसिडेंट किरन वासीरेड्डी ने बताया, 'पेमेंट्स आसान और तेज होनी चाहिए. इस पहल से ऐसा ही होगा.' कंपनी ने अगले दो क्वॉर्टर्स में 25 पर्सेंट कैश ट्रांजैक्शंस को डिजिटल पेमेंट में शिफ्ट करने का लक्ष्य रखा है. पेटीएम से मिले डेटा के मुताबिक, भारत में पार्किंग 2,000 करोड़ रुपये का मार्केट है, जिसका 15 पर्सेंट से भी कम हिस्सा ऑर्गनाइज्ड है.

दिलचस्प बात यह है कि पेटीएम की सबसे बड़ी इनवेस्टर अलीपे चीन में अपने यूजर्स को पार्किंग पेमेंट्स ऑफर करती है. पेटीएम का मानना है कि भारत में इस सेगमेंट में तूफानी बढ़ोतरी की गुंजाइश है. कंपनी ने कई अन्य ऑफलाइन बाजार को भी टारगेट किया है. वह पान दुकान, सब्जी बेचने वालों और आदित्य बिड़ला ग्रुप के फूड एंड ग्रॉसरी रिटेल यूनिट मोर, इंडियन ऑयल पेट्रोल पंप, कैफे कॉफी डे और पिज्जा हट जैसी फूड चेन, कई स्कूल और कॉलेजों में भी वॉलेट से पेमेंट की सुविधा ऑफर कर रही है.

 

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