भारतीय जनता पार्टी के सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगाया है. स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर राजन के खिलाफ सीबीआई के अंतर्गत बनाई गई एसआईटी से जांच की मांग की है.

स्वामी ने आरोप लगाया है कि आरबीआई ने स्मॉल फाइनेंस बैंक (एसएफबी) के लिए लाइसेंस देने में धांधली की है. उनका कहना है कि सरकारी नीति के तहत जिन संस्थाओं ने बैंक लाइसेंस के लिए आवेदन किया और जिन संस्थाओं को लाइसेंस दिए गए, उनमें से किसी ने भी शर्तें पूरी नहीं की. बावजूद इसके उन्हें लाइसेंस दे दिए गए. स्वामी का कहना है कि इससे पता लगता है कि लाइसेंस देने में नियमों की अनदेखी की गई है, लिहाजा इरादे शक के घेरे में हैं. स्वामी का आरोप है कि पूरे मामले में भ्रष्टाचार हुआ है. इसकी जांच की जानी चाहिए.

स्मॉल फाइनेंस बैंक के लिए कुल 72 आवेदनों में से केवल 10 पात्र पाए गए. स्वामी का दावा है कि इनमें से आधे से ज्यादा तय शर्तें पूरी नहीं करते. स्वामी ने अपने पत्र में बताया है कि सफल आवेदकों में आरबीआई की गाइडलाइन के उलट विदेशी होल्डिंग वाले लोग हैं. कई तो पूरी तरह विदेशी हैं.

चिदंबरम भी निशाने पर

स्वामी ने कांग्रेस नेता और पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम पर भी निशाना साधा है. पीएम को लिखी चिट्ठी में उन्होंने कहा है कि वित्त मंत्रालय में अब भी कई अधिकारी चिदंबरम के पसंद के या फिर करीबी हैं. इस पूरे मामले में मनी लांड्रिंग की आशंका है. हो सकता है, इसके जरिए नेताओं और नौकरशाहों को फायदा पहुंचाया गया हो.

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