शेयर बाजार लगातार नई ऊंचाइयों की तरफ चढ़ रहा है. शेयर बाजार की रौनक से खरीदारों के चेहरे खिले हुए हैं. यूके्रन में तनाव के कारण बाजार में पहले दबाव का माहौल जरूर था लेकिन जैसे ही यूक्रेन संकट के धीमे पड़ने की खबर आई, बाजार को पंख लग गए. फरवरी के आखिरी सत्र में बाजार में खूब रौनक रही और बीएसई यानी बंबई शेयर बाजार का सूचकांक 21000 अंक के स्तर को पार कर गया. इस की वजह से रुपए में सुधार का रुख देखने को मिला है.
बाजार में तेजी के माहौल के बीच 4 मार्च को सूचकांक में भारी तेजी देखी गई और बीएसई का सूचकांक 263 अंक उछल कर 5 सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया. अगले ही दिन आम चुनाव की तिथियां घोषित हुईं और कारोबार पर उस का असर देखने को मिला. संवेदी सूचकांक अपने रिकौर्ड स्तर 21,531 की ऊंचाई तक पहुंच गया और तेजी पर बंद हुआ. नैशनल स्टौक एक्सचेंज यानी निफ्टी में भी इसी तरह की तेजी देखने को मिली. निफ्टी भी 5 सप्ताह की ऊंचाई पर पहुंचा और उस का सूचकांक 6300 अंक पर पहुंचा. निफ्टी में 4 मार्च को 79 अंक की बढ़ोतरी रही जो इस साल 15 जनवरी के बाद पहली बार इस स्तर पर पहुंचा है.मजबूती की ओर शेयर बाजार
शेयर बाजार लगातार नई ऊंचाइयों की तरफ चढ़ रहा है. शेयर बाजार की रौनक से खरीदारों के चेहरे खिले हुए हैं. यूके्रन में तनाव के कारण बाजार में पहले दबाव का माहौल जरूर था लेकिन जैसे ही यूक्रेन संकट के धीमे पड़ने की खबर आई, बाजार को पंख लग गए. फरवरी के आखिरी सत्र में बाजार में खूब रौनक रही और बीएसई यानी बंबई शेयर बाजार का सूचकांक 21000 अंक के स्तर को पार कर गया. इस की वजह से रुपए में सुधार का रुख देखने को मिला है.
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