सैलरी क्लास के लिए मार्च या अप्रैल का महीना अप्रेजल के लिहाज से बेहद अहम होता है. कंपनियों में अप्रैल की प्रक्रिया शुरू हो गई होगी. अप्रैल का इन्क्रीमेंट, इंप्लाई की पूरे साल की परफार्मेंस के आधार पर होता है. इसके बावजूद इन्क्रीमेंट के ठीक पहले का समय भी बेहद अहम हो जाता है. कुछ ऐसे टिप्स भी हैं जो बेहतर इन्क्रीमेंट पाने में आपकी मदद कर सकते हैं.
वर्क और बिहेवियर अलर्ट
इन्क्रीमेंट आपके साल भर की परफार्मेंस और बिहेवियर के आधार पर बनाया जाता है. लेकिन आपको आखिरी समय तक अपने वर्क और बिहेवियर को लेकर अलर्ट रहना होगा. आखिरी समय में अगर आप काम के मोर्चे पर कोई बड़ी गलती कर देते हैं या किसी के साथ आपका बिहेवियर ठीक नहीं है तो यह आपके साल भर की परफार्मेंस पर भारी पड़ सकता है.
ऑफिस की पॉलिटिक्स
इन्क्रीमेंट का समय नजदीक आने के साथ ऑफिस में पॉलिटिक्स भी तेज हो जाती है. हर ऑफिस में कुछ लोग ऐसे होते हैं जो इन्क्रीमेंट की प्रक्रिया पर सवाल उठा कर दूसरों को भड़काने का प्रयास करते हैं. ऐसे लोगों का प्रयास होता है कि वे दूसरों की इमेज भी खराब कर सकें. ऐसे में आपको खुद को ऑफिस की राजनीती से बच कर रहना होगा.
सकारात्मकता से फायदा
अगर आपको लगता है कि आपका पिछला इन्क्रीमेंट आपकी परफार्मेंस के अनुरूप नहीं रहा है तो भी आपको पहले से कोई राय नहीं बनानी चाहिए. आपको सकारात्मक सोच अपनानी चाहिए. अगर मैनेजमेंट के साथ बातचीत में आप पर पिछले इन्क्रीमेंट की नकारात्मक हावी रहती है तो इस इन्क्रीमेंट में भी आपको इसका नुकसान हो सकता है.
मैनेजमेंट के सामने परफार्मेंस को दे महत्व हाइलाइट
मैनेजमेंट को निश्चित तौर पर आपके साल भर के परफार्मेंस के बारे में जानकारी होगी. लेकिन इन्क्रीमेंट के लिए बातचीत के दौरान आपको मैनेजमेंट के सामने अपनी परफार्मेंस को जरूर हाइलाइट करना चाहिए. इसमें आप बता सकते हैं कि आप क्यों बेहतर इन्क्रीमेंट डिजर्व करते हैं.
अपने आपको रखें अपडेट
आपको खुद को जॉब मार्केट के बारे में भी अपडेट रखना चाहिए. आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि आपके रोल के लिए दूसरी कंपनियां कितना भुगतान कर रहीं हैं. इससे आपको मैनेजमेंट के समक्ष अपनी बात रखने में आसानी होगी. आप उस समय यह आसानी से साबित कर सकते हैं कि कंपनी से आपकी उम्मीदें बाजार के अनुरूप हैं.