एलपीजी निर्माता कंपनियों ने रसोई गैस सिलेंडर के दाम में बढ़ोतरी कर दी है. सब्सिडी वाले सिलेंडर 18 रुपए 50 पैसे व व्यवसायिक सिलेंडर के दाम 21 रुपए बढ़ गए हैं. मई महीने में इसी कीमत पर सिलेंडर की बिक्री की जाएगी.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के साथ ही पेट्रोलियम पदार्थों के दाम बढ़ गए हैं. पेट्रोल व डीजल की कीमत बढ़ने के साथ ही 30 अप्रैल की आधी रात से एलपीजी निर्माता कंपनियों ने रसोई गैस की कीमतों में बढ़ोतरी कर दी. कीमत बढ़ने के साथ ही मई महीने की दर भी तय कर दी गई है.

 मई में उपभोक्ताओं को 609 रुपए में सिलेंडर खरीदना पड़ेगा. सब्सिडी के रूप में उपभोक्ताओं के खाते में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्रालय द्वारा 181 रुपए 35 पैसा जमा किए जायेंगे. व्यावसायिक सिलेंडर की कीमत को भी बढ़ाया गया है. 21 रुपए की वृद्धि के साथ ही 1,098 रुपए की दर से सिलेंडर की बिक्री की जाएगी.

केंद्र सरकार ने ‘पहल योजना’ प्रारंभ करने के साथ ही रसोई गैस सिलेंडर को नियंत्रण मुक्त कर दिया है. मसलन एलपीजी निर्माता कंपनियों को हर महीने दाम तय करने की छूट दे दी गई है.

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में अस्थिरता आते ही रसोई गैस सिलेंडर के दाम में भी तब्दीली कर दी जाती है. जब से कीमतों को नियंत्रणमुक्त किया गया है रसोई गैस सिलेंडर की कीमत में अस्थिरता बनी हुई है.

बीते चार महीने से कीमत में लगातार बढ़ोतरी की जा रही है. इसी तरह पेट्रोल व डीजल की कीमतों में अस्थिरता का माहौल देखा जा रहा है. अधिक कीमत पर कमर्शियल सिलेंडर की खरीदी कर गोदाम में स्टॉक रखते ही दूसरे महीने अचानक कीमत में कमी कर दी जाती है. इसका घाटा डीलरों को उठाना पड़ रहा है.

सब्सिडी धारकों पर कोई असर नहीं

सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत में गिरावट या फिर दाम ऊंचे होने का असर सब्सिडीधारी उपभोक्ताओं पर नहीं पड़ेगा. ये अलग बात है कि सिलेंडर खरीदते वक्त जेब ढीली करनी पड़ेगी. दो या तीन बाद सब्सिडी की राशि खाते में जमा करा दी जाएगी.

 

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