वित्त मंत्रालय अगले वित्त वर्ष का बजट 1 फरवरी के आसपास पेश करने की तैयारी कर रहा है. वित्त मंत्रालय में आर्थिक मामलों के सचिव शक्तिकांत दास ने यह जानकारी देते हुये कहा, इसके लिये तैयारियां पूरी तरह नियंत्रण में हैं. उन्होंने कहा कि आम बजट को उसकी तय तिथि से एक महीना पहले पेश करने के पीछे मकसद पूरी बजट प्रक्रिया को 31 मार्च तक पूरा करना है. ताकि नये वित्त वर्ष की शुरआत होने के साथ ही बजट पर अमल शुरू हो सके.

शक्तिकांत दास ने एक न्यूज चैनल को दिये साक्षात्कार में कहा, अगले साल का बजट पेश करने के मामले में हम तीन प्रमुख बदलाव कर रहे हैं. पहला बजट करीब एक महीने पहले पेश किया जायेगा. हमें उम्मीद है कि बजट एक फरवरी के आसपास पेश किया जायेगा. दूसरा बजट में योजना और गैर-योजना व्यय के वर्गीकरण को समाप्त कर इसके स्थान पर राजस्व और व्यय का नया वर्गीकरण किया जायेगा. तीसरा रेल बजट अब आम बजट का ही हिस्सा होगा. रेल बजट को आम बजट में मिला दिया जायेगा.

उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष के लिये संशोधित व्यय अनुमान और अगले साल के बजट के लिये बजट अनुमान को लेकर बैठकों का दौर पहले ही शुरू हो चुका है. दास ने कहा, राजस्व विभाग ने भी विभिन्न पक्षों के साथ बजट पूर्व बातचीत शुरू कर दी है. प्रमुख पक्षों के साथ वित्त मंत्री का विचार विमर्श भी समय से पहले करने की योजना बनाई गई है.

उन्होंने कहा, इस प्रकार सभी तैयारियों मोटे तौर पर एक महीना पहले कर दी  गईं हैं. तैयारियां पूरी तरह से नियंत्रण में हैं और हम एक फरवरी के आसपास बजट पेश करने में सफल होंगे. सरकार की सोच यह है कि विनियोग विधेयक और वित्त विधेयक सहित पूरे बजट को मार्च अंत तक संसद में पारित करा लिया जाये. ऐसा होने पर बजट प्रस्तावों को  वित्त वर्ष की शुरआत से ही अमल में लाया जा सकेगा.

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